मेरा नाम मोहम्मद हैं। मैं काफी समय से किडनी की समस्या से पीड़ित था। बहुत सी एलोपैथी दवाईयां ली, लेकिन कोई सुधार नहीं आया। बाद में मुझे इंटरनेट पर कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला है और तुरंत उपचार शुरू किया। उस समय मैं किडनी कई परेशानियों से जूझ रहे थे जैसे – शरीर में कमजोरी, हाथों में सूजन, जोड़ो में दर्द और चक्कर आना। साथ ही क्रिएटिनिन 8.5 तक पहुंच गया था। तब कर्मा आयुर्वेदा से 3 महीने का इलाज किया और आज मेरी परिस्थिति पहले से सामान्य होने लगी है। साथ ही क्रिएटिनिन 8.5 से 5.5 तक गिरावट हुईं है।
मोहम्मद हामिद बाजर
महाराष्ट्रमैं रोहिणी में रहता हूं। मुझे मधुमेह की समस्या थी और बाद में मुझे इससे किडनी की बीमारी हो गई। पाचन समस्या जैसी कई परेशानियां होने लगी। मैं हर समय थका हुआ और सुस्त मेहसूस करता था, हमेशा जोड़ों में दर्द रहता था। कई तरह की दवाइयां भी खाई, लेकिन उनसे कोई असर नहीं पड़ा। तब डॉ. लाल पथ लैब्स गया अपने निदान के लिए। जिसमें प्रमुख उन्हें प्रयोगशालाओं में क्रिएटिनिन और उच्च यूरिया में बढ़ती प्रवृत्ति दिखाई गई। क्रिएटिनिन-3.16, यूरिया-103 तब पहंचु गया था। मैं 23 फरवरी को कर्मा आयुर्वेदा आया। डॉ. पुनीत धवन ने मेरा इलाज किया और अब क्रिएटिनिन और यूरिया में सुधार हुआ है और सब बीमारी से मुक्त हो गया हुआ।
मान सिंह
रोहिणी सेक्टर-7मैं काफी लंबे से किडनी की समस्या से पीड़ित था। मैंने 3 महीने तक डायलिसिस लिया और उसके साथ दवाइयों का भी सेवन करता था, लेकिन उससे कोई सुधार नहीं हुआ है। फिर मैं अपने बेहतर इलाज के लिए कर्मा आयुर्वेदा आया, लेकिन उपचार से पहले डॉ. लाल पैथ लैब्स से जांच करवाई और रिपोर्ट के मुताबिक, मूत्र संबंधी समस्याएं दिखाई दी। भूख, सूखी खुजली वाली त्वचा और कमजोरी जैसे लक्षण नजर आते थे। साथ ही उच्च क्रिएटिनिन - 7.03, यूरिया-115.06। कुछ महीने इलाज करवाने के बाद 1.5 महीने- 4.82, यूरिया- 91.7, शारीरिक तौर से सक्षम, भूख में सुधार हुआ और आहार में वृद्धि हुई हैं।
विजय कुमार
पठानकोटमेरा नाम पूजा श्रीवास्तव हैं। मुझे किडनी की समस्या और 7.45 की उच्च क्रिएटिनिन था। मैंने दिल्ली के कई बड़े अस्पतालों से एलोपैथी इलाज करवाया और तब मुझे डायलिसिस लेना का सुझाव भी दिया गया था। मैं सप्ताह में 3 बार डायलिसिस की करवाती थी। बाद में मुझे कर्मा आयुर्वेद के उपचार के बारे में पता चला। वहां जाने के बाद मुझे 1 महीने अंदर ही डायलिसिस की जरूरत ही नहीं पड़ी। अब मैं 3 से 4 महीने से यहीं से अपना इलाज करवा रही हूँ। मेरा क्रिएटिनिन कम होकर 4.17 हो गया और मैं डायलिसिस प्रोटोकॉल से बाहर हूँ। कर्मा आयुर्वेद उपचार बेहद फायदेमंद साबित हुआ है।
पूजा श्रीवास्तव
दिल्लीमैं 75 वर्ष का हूं और काफी लंबे समय से किडनी की समस्या का सामन कर रहा हूं। चैकअप के बाद डॉ. ने बताया कि किडनी सिकुड़ गई हैं और तब मुझे ट्रांसप्लांट का सुझाव दिया। मैं बहुत बीमार हो चुका था और किडनी के दर्द से परेशान था। एलोपैथी उपचार करने के बाद भी ठीक नहीं हो सका। मेरा क्रिएटिनिन लगातार बढ़ता जा रहा था, लेकिन जब मैंने टीवी पर कर्मा आयुर्वेदा के बारे में देखा तब वहां से इजाल शुरू किया और अब मैं काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं और उपचार के बाद रिपोर्टो में भी सही परिणाम दिखें हैं।
कावलजीत सिंह
दिल्ली, पश्चिम विहारमैं किडनी की बीमारी से जूझ रहा था और डॉक्टर से चैकअप करवाने के बाद पता चला कि एक किडनी को चैंनज करना पड़ेगा, लेकिन मेरे पास इसके लिए पैसे नहीं थे और काफी परेशान था। मैं सप्ताह में दो बार डायलिसिस लेता था और क्रिएटिनिन भी बढ़ता जा रहा था। क्रिएटिनिन 9.7 थी और यूरिया 178 था। फिर टीवी पर कर्मा आयुर्वेद के बारे में देखा। फिर मैं किसी भी तरह दिल्ली आया और डॉ. पुनीत धवन से मुलाकात की। वहां कुछ महीने आयुर्वेदिक दवाओं का कोर्स किया। मुझे 15 दिन के अंदर ही सुधार दिखने लगा और शरीर में उर्जा महसूस होने लगी।
आर्यन सिंह
कोलकतामेरा नाम शालिंदर सिंह हैं और मैं एक डायबिटीज पेशेंट हूं और काफी समय से किडनी की बीमरी से पीड़ित हूँ। मैंने बहुत सी जगहों से एलोपैथी उपचार करवाया। साथ ही मैं 6 महीने से सप्ताह में दो बार डायलिसिस के लिए जा रहा था, लेकिन शरीर में कुछ सुधार नहीं आया और दिन पर दिन क्रिएटिनिन बढ़ रहा था। फिर मैंने कर्मा आयुर्वेद में डॉ. पुनीत धवन से अपना इलाज शुरु किया और मुझे एक महीने में ही सुधार दिखना शुरु हो गया और मैं आयुर्वेदिक उपचार के बाद काफी अच्छा महसूस करने लगा हूँ।
शालिंदर सिंह
दिल्लीमुझे पिछले 1 साल से गंभीर उच्च क्रिएटिनिन है और किडनी की परेशानी से पीड़ित हूं। फिर मुझे कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला तो मैंने तुरंत ही वहां से इलाज शुरु किया। मेरा क्रिएटिनिन स्तर काफी अधिक था और यात्रा के दौरान काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ा था। इलाज से पहले मेरे शरीर में सूजन, पेशाब में समस्या, चीनी और अन्य संबंधित स्थितियों से जूझ रहा था, लेकिन इन हर्बल दवाओं की मदद से 1 महीने में ही शरीर में सुधार दिखना शुरु हो गया था।
श्याम सुंदर सोहनी
उत्तर प्रदेश, गोंडा जिला