आयुर्वेद में किडनी का इलाज

अल्कोहोल और किडनी रोग

dr.Puneet
+91
OR CALL
9971829191

आयुर्वेदा में किडनी के इलाज के लिए भारत का प्रसिद्ध किडनी उपचार केंद्र में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा। ये अस्पताल 1937 में स्थापित किया गया था। जिसे आज डॉ. पुनीत धवन चला रहे हैं। डॉ. पुनीत 35 हजार से भी मरीजों का इलाज कर चुके हैं और वो भी डायलिसिस या ट्रांसप्लांट के बिना। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है जो रोग को जड़ से खत्म करने में सहायता करती है।

किडनी की बीमारी

किडनी के कई रोग बहुत गंभीर होते हैं और अगर इनका समय पर इलाज नहीं किया जाए, तो इलाज असरकारक नहीं होता है। विकासशील देशों में उच्च लागत, संभावित समस्याओं और उपलब्धता की कमी के कारण किडनी फेल्योर से पीड़ित सिर्फ 5 से 10% मरीज ही डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण का उपचार करवा पाते हैं। बाकि मरीजों सामान्य उपचार पर बाध्य होते हैं जिससे उन्हें अल्पावधि में ही विषमताओं का सामना करना पड़ता है। क्रोनिक किडनी फेल्योर जैसे रोग जो ठीक नहीं हो सकते हैं, उनमें लास्ट स्टेज के उपचार जैसे – डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण बहुत महंगे हैं। ये सुविधा हर जगह उपलब्ध भी नहीं होती हैं, इसलिए किडनी खराब होने से बचने की जानकारी सभी के पास होनी चाहिए।

किडनी की बीमारी के लक्षण:

जब किडनी काम करना बंद कर देती है, तब शरीर में कई लक्षण उत्पन्न होते हैं, लेकिन कुछ लक्षणों में से कई लक्षण बहुत अस्पष्ट होते हैं। ये लक्षण इतनी धीमी गति से बढ़ते हैं कि रोगी अक्सर इनकी तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं और सही समय पर समुचित इलाज नहीं हो पाता है, इसलिए किडनी की बीमारी के लक्षणों को जरूर जाने जिससे रोग का सही समय पर पता लग सके।

  • हाथों और पैरों में सूजन होना
  • रक्तचाप का बढ़ना
  • हड्डियों में दर्द होना
  • कमजोरी महसूस होना
  • जी मिचलाना और उल्टी होना
  • रोग बढ़ जाने पर सांस लेने में दिक्कत होना
  • उनींदापन महसूस होना
  • गंभीर स्थिति में कोमा या बेहोश होना या रोगी की जान भी जा सकती है।
  • शरीर में रक्त की कमी

किडनी के इलाज में क्या खाएं:

  • हर रोज आहार में सेब को जरूर खाएं, सेब फाइबर युक्त होता हैं और किडनी के लिए बहुत फायदेमंद है।
  • दिन में एक बार अदरक की चाय पिएं।
  • खाना खाने के साथ प्लाज का स्लाद खाने से भी किडनी के लिए अच्छा है।
  • डाइट में लाल शिमाल मिर्च शामिल करें किडनी के लिए बैस्ट है।
  • किडनी इंफेक्शन को दूर करने के लिए दही का सेवन करें।

किडनी को ठीक रखने के लिए इन चीजों से परहेज करें:

किडनी से जुड़ी हर बीमारी में अलग-अलग तरह की डाइट को अवॉइड करना बेहद जरूरी होता हैं, लेकिन कुछ आहार ऐसे है, जिन्हें खाने से किडनी को नुकसान पंहुच सकता है। ऐसे आहर को अवॉइड करना जरूरी हैं। प्रोटीन से भरपूर आहार जैसे अंडा, मछली, दूध, हरी सब्जियां, दालें आदि कम खाएं, लेकिन अपनी डाइट से सोडियम की मात्रा को बेहद कम करना जरूरी होता हैं उससे किडनी को ओर नुकसान पहुंच सकता है।

किडनी प्रॉब्लम में पोटैशियम से भरपूर आहार जैसे- टमाटर, केला, आलू, पालक, संतरा आदि कम कर दें। किडनी में किसी तरह की प्रॉब्लम होने पर शरीर में फॉस्फोरस का स्तर बढ़ सकता है। इसमें हाई फॉस्फोरस फूड को अपने आहार कम मात्रा में खाएं।

लेख प्रकाशित