मरीज का नाम अमरजीत सिंह हैं वह अहमदाबाद से किडनी का इलाज करवाने दिल्ली, कर्मा आयुर्वेदा में आए हैं। अमरजीत सिंह लंबे समय से किडनी की बीमारी से परेशानी थे जिससे उन्हें किडनी काफी दर्द का सामना करना पड़ रहा था।
इलाज से पहले
- यूरिन से ब्लड आना
- थकान महसूस होना
- उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 4.3
आयुर्वेदिक इलाज से पहले
रोगी को जब कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत इलाज शुरू कर दिया और देखते ही देखते कुछ ही महीनों में सुधार देखने लगा। साथ ही रोगी के पिता ने रो-रो कर अपनी पीड़ा को व्यक्त किया था। वैसे कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के बाद पहले काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं और शारीरिक तौर पर फीट भी हैं।
- यूरिन से ब्लड आने की समस्या खत्म हो गई
- पहले फीट महसूस कर रहे हैं
- क्रिएटिनिन लेवल – 3.88
विश्लेषण:
कर्मा आयुर्वेदा ने सफलतापूर्वक हजारो किडनी मरीजों का इलाज किया हैं और उनके रोग को जड़ से खत्म किया हैं। इसके साथ ही डॉ. पुनीत धवन ने आयुर्वेदिक दवाओं के साथ डाइट चार्ट की भी सलाह दी थी जिसका पालन करने से रोगी में काफी तेज़ी से सुधार आता हैं।
आयुर्वेदिक किडनी फेल्योर का उपचार
हमारी किडनी शरीर में संतुलन बनाए रखने के कई कार्यों का निष्पादन करती हैं। वे अपशिष्ट उत्पादों को फिल्टर करके पेशाब से बाहर निकालती हैं और निष्कासन करते हैं। वे शरीर में पानी की मात्रा, सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा को संतुलित करती हैं। वह अतिरिक्त अम्ल और क्षार निकालने में मदद करती हैं जिससे शरीर में एसिड और क्षार का संतुलन बना रहता हैं।
मानव शरीर में किडनी का अहम कार्य रक्त को शुद्धिकरण करना हैँ। जब बीमारी के कारण दोनों किडनी अपना सामान्य कार्य नहीं कर सके, तो किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती हैं, जिसे किडनी फेल्योर कहा जाता हैं।
किडनी फेल्योर के इलाज के लिए भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा हैं। ये 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया जिसके नेतृत्व में धवन परिवार से 5वीं यानी डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता हैं। साथ ही डॉ. पुनीत धवन ने सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें किडनी रोग से छुटकारा दिलाया हैं। वो भी किसी डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की मदद के बिना।