कर्मा आयुर्वेदा किडनी पेशेंट – लेख राज सिंह

अल्कोहोल और किडनी रोग

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रोगी लेख राज सिंह जो उत्तराखंड रुद्रपुर के रहने वाले हैं। वह किडनी की बीमारी की वजह से काफी गंभीर स्थिति में थे। रोगी का क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था। डॉक्टर ने भी सीधा ट्रांसप्लांट करने के लिए बोल दिया था और वह ट्रांसप्लांट नहीं करवाने चाहते थे, लेकिन जब यूट्यूब से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला, तो तब उन्होंने कर्मा आयुर्वेदा से उपचार शुरू कर दिया।

आयुर्वेदिक इलाज से पहले

  • थकान महसूस होना
  • वजन कम होना
  • उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 8.11

आयुर्वेदिक इलाज के बाद

रोगी ने कुछ ही महीने आयुर्वेदिक इलाज शुरू किया था और देखते ही देखते सुधार दिखने लगा। वह पहले ज्यादा शारीरिक तौर पर फिट हैं और रोगी को ट्रांसप्लांट जैसे खतरनाक इलाज से बचाया।

  • थकान नहीं होती
  • वजन सामान्य हो गया
  • क्रिएटिनिन लेवल – 5.45

विश्लेषण:

कर्मा आयुर्वेदा दिल्ली का एकमात्र आयुर्वेदिक उपचार केंद्र हैं जो साबुत के साथ कहते हैं कि क्रिएटिनिन का कम किया जा सकता हैं और ऐसा एक बार नहीं हजारों बार सिद्ध किया हैं। जी हां, कर्मा आयुर्वेदिक ने डायलिसिस और ट्रांसप्लांट के बिना किडनी मरीजों को रोग मुक्त किया हैं।

किडनी की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज

किडनी शरीर में संतुलन बनाए रखने के कई कार्यों का निष्पादन करती हैं। वह अपशिष्ट उत्पादों को फिल्टर करके पेशाब द्वारा बाहर करती हैं। वे शरीर में पानी की मात्रा को संतुलित करती हैं। वे शरीर में पानी की मात्रा, सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा को संतुलित करती हैं। वे अतिरिक्त अम्ल और क्षार निकालने में मदद करती हैं। जिससे शरीर में एसिड और क्षार का संतुलन बना रहता हैं। साथ ही शरीर में किडनी का महत्वपूर्ण कार्य शुद्धिकरण का हैं। जब बीमारी की वजह से दोनों किडनी अपना सामान्य कार्य नहीं कर सके, तो किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती हैं। जिससे हम किडनी फेल्योर कहते हैं। इस समस्या में पीड़ित मरीजों को अक्सर इन परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं जैसे

  • घुटनों, पैर और टखने में सूजन
  • सांस लेने में दिक्कत
  • पेशाब आने की मात्रा का कम होना
  • पेशाब में रक्त आना
  • पेशाब करते समय जलन या दर्द होना

ये लक्षण किडनी की बीमारी बढ़ने का स्पष्ट संकेत हैं। किडनी फेल्योर के उपचार उद्देश्य बीमारी की प्रगति दर को कम करता हैं। ये दवा किडनी के कार्य को प्रेरित करती हैं और किडनी के रोगियों को स्वस्थ और रोग मुक्त जीवन प्रदान करती हैं। आयुर्वेदिक उपचार चिकित्सा में स्वस्थ भोजन का एक महत्वपूर्ण पहलू हैं।

कर्मा आयुर्वेदा दिल्ली का प्रसिद्ध आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्र हैं जो 1937 में स्थापित किया गया था और डॉ. पुनीत धवन इस अस्पताल के नेतृत्व हैं। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार पर भरोसा किया जाता हैं। डॉ. पुनीत सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज कर चुके हैं। वो भी डायलिसिस और ट्रांसप्लांट के बिना।

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