रोगी का नाम डॉ. केसीएस भाटी है जो ग्रेटर नोएडा में रहते हैं। वह नेफ्रोटिक सिंड्रोम से पीड़ित थे और उन्हें उच्च माइक्रोएल्ब्यूमिन की समस्या थी। इस रोग में मरीज़ को इन समस्याओं का समाना करना पड़ रहा था।
- पेशाब में प्रोटीन का आना
- शारीरिक परेशानियां
- माइक्रोएल्ब्यूमिन - 4192
- क्रिएटिनिन – 104.5
- हाई ब्लड प्रेशर
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
रोगी ने कर्मा आयुर्वेद से आयुर्वेदिक किडनी उपचार लेने के बाद माइक्रोएल्ब्यूमिन और क्रिएटिनिन स्तर में बड़ी मात्रा में भी बदलाव आ गया।
- प्रोटीन नियंत्रण में आ गया
- शारीरिक परेशानिया दूर हो गई
- माइक्रोएल्ब्यूमिन – 604.7
- क्रिएटिनिन – 33,15
- बीपी सामान्य हो गया
विश्लेषण:
रोगी एक प्रकार के कैंसर से पीड़ित था और वह किडनी की बायोप्सी से काफी डरते थे, लेकिन डॉ. पुनीत के विश्वास द्वारा उन्होंने नेफ्रोटिक सिंड्रोम का वैकल्पिक इलाज करवाया। रोगी मे आयुर्वेदिक उपचार के साथ उचित डाइट चार्ट की सलाह दी और रोगी को ठीक किया।
किडनी रोग
किडनी का उम्र धीरे-धीरे बढ़ने लगती है और दिन-प्रतिदिन सामान्य कार्य करने की क्षमता को खो देते हैं। साथ ही मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी समस्याओं से पीड़ित रोगियो को किडनी रोग जल्दी होता है। किडनी हमारे शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ के शरीर को साफ करता है। साथ ही किडनी रोग में नेफ्रोटिन सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो शरीर के पेशाब से प्रोटीन की उच्च मात्रा को निकालने का कारण बनता है। इस बीमारी को दूर करने के लिए सिर्फ आयुर्वेदिक किडनी उपचार सफल साबित हुआ है।
भारत में सबसे बेस्ट किडनी उपचार केंद्र में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा । यहां किडनी के सभी रोग दूर किए जाते हैं। किडनी मरीजों को प्राकृतिक तकनीक और दवाओं के साथ कुशलतापूर्वक इलाज किया जाता है। डॉ. पुनीत धवन केंद्र चलाने वाले अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सकों में से एक हैं। वह डायलिसिस या किडनी प्रत्यारोपण से किडनी मरीजों को रोग मुक्त करते हैं। साथ ही डॉ. पुनीत धवन आयुर्वेदिक दवाओं के साथ उचित डाइट चार्ट की भी सलाह देते हैं।