रोगी का नाम हुवेदा खान है जो 38 साल की हैं। वह क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित थी और इस वजह से रोगी काफी परेशानियों का सामना कर रही थी जैसे-
- शरीर के अंगो में सूजन
- कम जीएफआर
- सांस लेने में तकलीफ
- बार-बार उल्टी आना
- भूख ना लगना
आदि लक्षणों से जूझ रही थी, रोगी ने एलोपैथी उपचार लिया, लेकिन उससे वह डायलिसिस पर भी आ गई। उन्हें चलने में भी परेशानी हो रही थी।
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के बाद अब वह अपने घर के सभी काम कर सकती हैं। उनका जीएफआर लेवल 62ml/min था और अब आयुर्वेदिक इलाज के बाद 71ml/min तक पंहुच गया। साथ ही रोगी में शारीरिक स्तर पर भी बदलाव आना शुरू हो गया। रोगी हुवेदा खान को इस खतरनाक किडनी की बीमारी से जुडे लक्षणों के छुटकारा मिल गया।
कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल, डॉ. पुनीत धवन
कर्मा आयुर्वेदा 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था। यहां किडनी रोगियों का आयुर्वेदिक उपचार करके डायलिसिस से मुक्त किया जाता है। ये भारत में एकमात्र आयुर्वेदिक किडनी देखभाल संस्थान है जो किडनी के मरीजों का उपचार के प्राकृतिक तरीकों से करता हैं। कर्मा आयुर्वेदा के नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। वह 30 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज कर चुके हैं। साथ ही हुवेदा खान इन ठीक मरीजों में से एक हैं जो राजस्थान से सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार के लिए और अपनी सभी समस्याओं से मुक्त होने के लिए आई हैं। जिनका वह सामना कर रही थी।