किडनी के लिए फायदेमंद हैं ब्लूबेरी

अल्कोहोल और किडनी रोग

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किडनी के लिए फायदेमंद हैं ब्लूबेरी

ब्लूबेरी ‘वैक्सीनियम’ प्रजाति से संबंधित एक फल हैं। ये फल नार्थ अमेरिका, यूरोप, साउथ अफ्रीका और एशिया में पाया जाता हैं। ब्लूबेरी को भारत में कई जगहों पर नीलबदरी के नाम से जाना जाता हैं। ये स्वाद के भरपूर होने के साथ-साथ बहुत सी औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। ब्लूबेरी छोटे, गोल और नीले रंग के होते हैं। ये स्वाद में खट्टे-मीठे होते हैं।

ब्लूबेरी के फायदे -

  • मधुमेह के लिए – मधुमेह वाले रोगी के लिए ब्लूबेरी काफी फायदेमंद होती हैं और इस फल को खाने से इस बीमारी से लड़ने में ताकत मिलती हैं, इसलिए मधुमेह के मरीजों को ब्लूबेरी का सेवन करना चाहिए।
  • दिल के लिए – ब्लूबेरी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जिससे कोलेस्ट्रॉल स्तर को सही रहता हैं। ये फल दिल के लिए अच्छा पाया जाता हैं और ये घटक रक्त वसा संतुलन में सुधार करने और धमनी के छिद्र को रोकने में मदद करती हैं। साथ ही ब्लूबेरी रक्तचाप को कम करने में मदद करती हैं जो दिल की बीमारी होने का खतरा करती हैं।
  • हड्डियों को मजबूत करें – ब्लूबेरी में आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, जस्ता और विटामिन होता हैं जो घटक बोन यानी हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखता हैं, इसलिए जिन लोगों की हड्डियों कमजोर होती हैं उन्हें ब्लूबेरी का सेवन करना चाहिए।
  • पाचन तंत्र को ठीक करें – ब्लूबेरी को खाने से कब्ज को भी ठीक किया जा सकता हैं, क्योंकि इसके अंदर फाइबर होता हैं जो पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने का काम करता है।
  • मानसिक सुधार – ब्लूबेरी – मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में भी सहायक होता हैं और इसके खाने से दिमाग सही से कार्य करता हैं, इसलिए रोज़ ब्लूबेरी खाने से दिमाग को दुरूस्त रखा जा सकता हैं।
  • वजन कम करें – ये कैलोरी कम करने में भी सही होता हैं और ब्लूबेरी को खाने से वेट को सही किया जा सकता हैं दरअसल ये एक उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ हैं और इसको खाने से भूख कम लगती हैं।
  • हाई ब्लड प्रेशर को कम करें – ब्लूबेरी सोडियम से मुक्त होती हैं इसे खाने से ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता हैं। ब्लूबेरी में पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम होता हैं। इन खनिजों में कम आहार होता हैं जो कि उच्च रक्तचाप को बढ़ने से रोकता हैं।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए – ब्लूबेरी के अंदर विटामिन सी, बीटा कैरोटीन, पोटेशियम, फोलिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से मौजूद होते हैं, जो बच्चे के स्वस्थ स्किन कोशिकाओं और प्रतिरक्षा प्रणाली का निर्माण करती हैं, इसलिए महिलाओं को दिन में 1 से 2 कप ब्लूबेरी खाना चाहिए।
  • आंखों के लिए लाभदायक – इस खाने से आंखों को काफी लाभ पंहुचता हैं, इसलिए इस फल का सेवन रोज़ करना चाहिए।
  • स्किन के लिए – ब्लूबेरी का इस्तेमाल स्किन को सही रखने के लिए भी किया जाता हैं और इस फल का फेस पैक बनाकर चेहरे पर लगाने से निखार आता हैं। ब्लूबेरी का फेस पैक तैयार करने के लिए आपको सबसे पहले 2/3 ब्लूबेरी को पीस लें और फिर उसमें 2/3 नारियल का दूध या दही को मिलाना होगा। इसे मिलाने के बाद आप पैक में शहद का 1 बड़ी चमचा मिलाएं और अच्छे से इसे मिक्स करें। फिर इसे अपने चेहरे पर लगा लें और 15 मिनट के बाद फेस को साफ करें। इससे आपके चेहरे पर निखार आएगा।
  • डार्क सर्कल खत्म करें – त्वचा पर किसी भी तरह के निशान होने पर आप ब्लूबेरी के रस को निकल कर उस पर लगाएं और 10 मिनट के बाद इसे साफ कर लें।
  • बालों को बढ़ाएं – ब्लूबेरी खाने से बालों की ग्रोथ होती हैं, क्योंकि इसके अंदर विटामिन ए, बी5, सी और ई होता हैं जो बालों और स्किन के लिए फायदेमंद हैं।

ब्लूबेरी के नुकसान –

  • रक्त को पतला करना – खून विकारों से ग्रसित लोगों को ब्लूबेरी से बचना चाहिए। विटामिन के में पाए वाले कंटेंट खून को पतला करते हैं।
  • एलर्जी होना – बहुत से लोगों को इससे एलर्जी होती हैं जैसे खुजली, सूजन और सांस लेने में कठिनाई होना।
  • सैलिसिलेट संवेदनशीलता – ब्लूबेरी में सेलिसिलेट्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती हैं जो सेलिसिलेट्स से एलर्जी होती हैं इसे सहन नही कर पाते हैं न्हें उल्टी, कब्ज, दस्त, गैस, सिर दर्द की समस्या होने लगती हैं। ट
  • ज्यादा मात्रा में फाइबर – ब्लूबेरी में अधिक मात्रा में फाइबर होता हैं जिसके सेवन से पेट में बेचैनी, सूजन, पेट का फूलना, दस्त की समस्या पैदा हो सकती हैं। ये आंतो से पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डालते हैं और बहुत से स्वास्थ्य संबंधित समस्या को जन्म देते हैं साथ ही फाइबर की ज्यादा मात्रा की वजह से इसका अधिक सेवन नहीं करने की सलाह भी दी जाती हैं।
  • न लें विटामिन के की अधिक मात्रा – इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन के पाया जाता हैं एक कप ब्लूबेरी में 29 माइक्रोग्राम विटामिन होता हैं ये हड्डी मजबूत करता है, खून को नियंत्रित करता हैं, कैंसर के खतरे को कम करता हैं, लेकिन ब्लूबेरी का अधिक सेवन से तकलीफ, आंतरिक रक्तस्त्राव और भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं।
  • गर्भवती महिलाओं के लिए – वैसे गर्भवती महिलाओं के लिए एक अच्छा स्त्रोत हैं, लेकिन इसके अधिक सेवन से बहुत हानि भी हो सकती हैं। गर्भवती स्त्री के लिए बेहद फायदेमंद होता हैं, लेकिन इसके सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

आयुर्वेदिक किडनी उपचार 

आयुर्वेद तन-मन, शरीर और आत्मा के उपचार के लिए प्राचीन तकनीक हैं। ये किसी भी तरह की शारीरिक बीमारियों से सभी परेशानियों को बाहर निकालती हैं जैसे – कफ, पित्त और वात आदि। यह किसी भी चैनल अवरोध शरीर में बीमारियों और समस्याओं की वजह हो सकता हैं। आयुर्वेद का मुख्य उद्देश्य किडनी रोग के इलाज के लिए अपरिष्कृत जड़ी-बूटी और दवाओं का इस्तेमाल करता हैं जो किडनी रोग के लिए फायदेमंद हैं।

कर्मा आयुर्वेदा भारत में सबसे प्रामाणिक आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्र हैं। ये 1937 में शुरू किया गया था और उसके बाद दुनिया भर मे लाखों किडनी मरीजों का इलाज किया जाता हैं। वे पूर्ण हर्बल और प्राकृतिक उपचार दवाओं के इस्तेमाल करते हैं। कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल के नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं उन्होंने सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग से मुक्त किया हैं, वो भी किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक किडनी दवाओं पर भरोसा किया जाता हैं और यह भारत के साथ-साथ एशिया के भी जाने-माने अस्पताल में आता हैं।

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