मरीज का नाम उमा, जो दिल्ली की रहने वाली हैं। वह क्रोनिक किडनी डिजीज की अंतिम स्थिति से जूझ रही थी। उन्हें इस बीमारी में काफी दर्द और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। तब रोगी के बेटे को यूट्यूब के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पचा चला और तुरंत यहां से मरीज का उपचार शुरू कर दिया।
इलाज से पहले
- पेशाब न आना
- बिस्तर से उठने में दिक्कत
- हाई क्रिएटिनिन स्तर – 14.0
आयुर्वेदिक इलाज के बाद
मात्र 11 दिनों में कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार के बाद रोगी में काफी सुधार देखने को मिला हैं और रोगी शारीरिक तौर से फिट हैं। खान-पान भी अच्छे से कर रही हैं।
- पेशाब सही से आना
- उठने-बैठने में सक्षम
- क्रिएटिनिन स्तर – 3.5
विश्लेषण:
रोगी उमा का 11 दिनों में क्रिएटिनिन सामान्य पर आना शुरू हो गया था। कर्मा का करिश्मा की मदद से संभव हो पाया हैं और इस सबुत हैं किडनी मरीज का बेटा और रिपोर्ट।
किडनी की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार
आजकल के बदलती लाइफस्टाइल की वजह से बहुत सी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हीं में से एक हैं। किडनी की समस्या। जी हां, किडनी की समस्या आम हो गई हैं और समय रहते इसका इलाज नहीं करवाया जाएं तो कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं और इससे मरीज अपनी जान गंवा बैठता हैं। किडनी की समस्या के लक्षण उस वक्त उभकर सामने आते हैं। जब किडनी 60 से 65% डैमेज हो चुकी होती हैं, इसलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता हैं, इसलिए समय रहते इसके लक्षणों की पहचान करना जरूरी होता हैं। साथ ही किडनी शरीर का ऐसा अंग हैं जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकालता हैं, लेकिन डायबिटीज जैसी बीमारियों, खराब जीवनशैली औक कुछ दवाओं की वजह से किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता हैं।
भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा। ये अस्पताल 1937 में स्थापित किया गाया था जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। वह 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग मुक्त किया हैं। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं से किडनी के मरीजों को ठीक किया जाता हैं। डॉ. पुनीत अपने मरीजों को आयुर्वेदिक किडनी उपचार के साथ डाइट चार्ट की सलाह भी देते हैं।