रोगी का नाम पूनम भंडार हैं जो हिमाचल की रहने वाली हैं। वह किडनी फेल्योर की बीमारी से जूझ रही थी। रोगी डायबिटीज के पेशेंट थी जिसकी वजह से उन्हें हफ्ते में 14 इंसुलिन लेने पड़ते थे और क्रिएटिनिन भी बढ़ता चला जा रहा था। इस बीमारी में रोगी को काफी दर्द और परेशानियों का सामना करना पड़ रह था।
इलाज से पहले
- बेड से उठने में दिक्कत
- सप्ताह में इंसुलिन 14 से 12 तक लेना
- हाई क्रिएटिनिन लेवल
आयुर्वेदिक इलाज के बाद
कर्मा आयुर्वेदा से इलाज के बाद रोगी में कुछ ही महीनों में सुधार आना शुरू हो गया और आयुर्वेदिक दवाओं से डायबिटीज भी कंट्रोल में हैं। इंसुलिन और क्रिएटिनिन पहले से कम हो गया हैं।
- अच्छे से चलना-फिरना
- सप्ताह में इंसुलिन 4 तक लेना
- लो क्रिएटिनिन लेवल – 5.2
- यूरिया लेवल - 104
विश्लेशण:
कर्मा आयुर्वेदा की आयुर्वेदिक दवाओं और डॉ. पुनीत धवन द्वारा दिए गए डाइट चार्ट, योगा का पालन करने से संभव हो पाया हैं। कर्मा आयुर्वेदा ने ऐसा हजारों बार सिद्ध किया हैं कि क्रिएटिनिन को कम किया जा सकता हैं।
क्रिएटिनिन स्तर और आयुर्वेदिक उपचार
क्रिएटिनिन हर किसी के ब्लड में और यूरिन में पाए जाने वाला वेस्ट, खराब प्रोडक्ट होता हैं। क्रिएटिन और क्रिएटिनिन के टेस्ट से ये मालूम पड़ता हैं कि आपकी किडनी ठीक तरह से काम कर रही हैं या नहीं। सामान्य परिस्थितियों में किडनी खुद ही इन सब्लटेन्स को फिल्टर करने के और शरीर से बाहर निकालती हैं, परंतु हैल्थ प्रॉब्लम्स इस फंक्शन के बीच में रूकावट पैदा करती हैं, जो कि क्रिएटिनिन के लेवल को कम करती हैं। इसमें आपकी डाइट को बदलना, लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करना, अधिक दवा लेना और मेडिकल थेरेपी में शामिल होना भी शामिल हैं।
कर्मा आयुर्वेदा को एशिया में बेहतरीन स्वस्थ आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्रों में से एक माना जाता हैं। ये धवन परिवार द्वार 1937 में शुरू किया गया था और उसके बाद से पूरे हर्बल विधियों वाले सभी प्रकार के किडनी रोगियों का इलाज किया जाता हैं। वह दवाइयों के साथ अपने रोगियों के लिए एक व्यक्तिगत डाइट चार्ट की भी सलाह देते हैं। यह केंद्र हर वर्ष हजारों किडनी रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज करते हैं।