रोगी का नाम रमेश है जो किडनी की शुरूआती समस्या से पीड़ित थे। उन्हें इस बीमारी में अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता रहा था जैसे –
- कमजोरी महसूस होना
- उच्च क्रिएटिनिन स्तर – 3.2
- उच्च यूरिया स्तर – 68.5
- प्रोटीन लीकेज – 1+
आयुर्वेदिक इलाज के बाद
रोगी ने मात्र एक महीने पहले कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक इलाज शुरू किया था और अब वह बिल्कुल स्वस्थ और तंदुरूस्त महसूस कर रहे हैं।
- कमजोरी खत्म हुई
- क्रिएटिनिन स्तर – 2.76
- यूरिया स्तर – 53
- प्रोटीन स्तर – NIL
किडनी की समस्या का आयुर्वेदिक इलाज
आजकल की बदलती लाइफस्टाइल की वजह से सिर्फ किडनी ही नहीं बल्कि शरीर के कई अंग बीमारियों की चपेट में आते जा रहे हैं। अगर हम अपने आहार और डेली रूटीन में कुछ बदलाव करें, तो आप किडनी की बीमारी से बेहद आसानी से बच सकते हैं। 20 से 25 साल पहले तक बीमारियां इतनी ताकतवर नहीं थी कि आसानी से शरीर को कमजोर कर दें, क्योंकि उस वक्त लोगों की जीवनशैली बहुत ही सात्विक और नियंत्रित होती थी, लेकिन आज की स्थितियां बिल्कुल अलग है और व्यस्त जीवनशैली के चलते लोग अपना ध्यान नहीं रख पाते हैं जिससे वह बीमारी की चपेट में आ जाते हैं।
कर्मा आयुर्वेदा किडनी उपचार केंद्र है, जो एक चमत्कार के रूप में साबित हुआ है। यह दिल्ली में सन् 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था और तब से किडनी रोगियों का इलाज करते आ रहा है। आज इस अस्पताल का नेतृत्व डॉ. पुनीत धवन कर रहे हैं। डॉ. पुनीत धवन ने सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके रोग से मुक्त किया है वो भी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे हमारे शरीर में कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार पर भरोसा किया जाता है और यहां आयुर्वेदिक उपचार के साथ-साथ आहार चार्ट और योग का पालन करने की सलाह दी जाती है।