किडनी पेशेंट शहज राम जी | किडनी ट्रीटमेंट इन इंडिया

अल्कोहोल और किडनी रोग

dr.Puneet
+91
OR CALL
9971829191
किडनी पेशेंट शहज राम जी | किडनी ट्रीटमेंट इन इंडिया

पेशेंट का नाम शहज राम (65 उम्र) है, जो कि लखनऊ के रहने वाले हैं। वह किडनी फेल्योर की गंभीर स्थिति से जूझ रहे थे। रोगी का क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था, जिसके चलते एलोपैथी डॉक्टर ने बोल दिया था कि, आगे चलकर डायलिसिस करवाना पड़ेगा। रोगी की हालत इतनी नाजूक थी कि, उनको बैठने-उठने के लिए भी दो व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ती थी।

आयुर्वेदिक उपचार के बाद

रोगी ने मात्र एक महीने पहले कर्मा आयुर्वेदा से इलाज शुरू किया था और मात्र 25 दिनों में ही उनमें सुधार दिखना शुरू हो गया था। कर्मा आयुर्वेदा में आने से पहले उनका क्रिएटिनिन लेवल – 6.90mg/dl था, लेकिन अब आयुर्वेदिक क्रिएटिनिन उपचार प्राप्त करने के बाद उनका क्रिएटिनिन लेवल घटकर – 4.10mg/dl पर पहुंच गया है। साथ ही यूरिया लेवल भी पहले 302mg/dl था जो अब घटकर 86mg/dl पर पहुंचा है। कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक क्रिएटिनिन उपचार के बाद रोगी शहज जी बिना किसी सहारे के चल-फिर पाते हैं।

आयुर्वेद की मदद से किडनी को नुकसान से बचाए

किडनी शरीर में संतुलन बनाए रखने का काम करती है। वह अपशिष्ट उत्पादों को फिल्टर करके पेशाब से बाहर निकालती है। शरीर में पानी की मात्रा, सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा को संतुलित करती है। वह अतिरिक्त अम्ल और क्षार निकालने में मदद करती है, जिससे शरीर में एसिड और क्षार का संतुलन बना रहता है। साथ ही शरीर में किडनी का मुख्य कार्य रक्त को शुद्धिकरण करना है। जब बीमारी की वजह से दोनों किडनी अपना सामान्य कार्य नहीं कर सके, तो किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिसे हम किडनी फेल्योर कहते हैं।

जब किडनी को किसी बीमारी की वजह से नुकसान पहुंचता है, तब किडनी अपना काम करना बंद कर देती है या ठीक तरीके से काम नहीं कर पाती, तो इस स्थिति को किडनी की बीमारी कहा जाता है। जब किडनी रोग होता है तब किडनी प्रभावी रूप से अपशिष्ट द्रव को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती। जिससे शरीर में तरल पदार्थों का संतुलन भी खराब हो जाता है। शरीर में अपशिष्ट द्रव जमा होने से शरीर का संतुलन खराब होने लगता है, जिससे आपको अपने शरीर में कई समस्याएं महसूस होने लगती हैं।

कर्मा आयुर्वेदा भारत के बेस्ट किडनी फेल्योर आयुर्वेदिक उपचार केंद्रो में से एक है, जो सन् 1937 में धवन परिवार द्वारा दिल्ली में स्थापित किया गया था और आज इस अस्पताल का नेतृत्व डॉ. पुनीत धवन कर रहे हैं। डॉ. पुनीत धवन ने आयुर्वेद की मदद से 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें किडनी के गंभीर रोग से मुक्त किया है, वो भी बिना किसी किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के। साथ ही यहां किडनी की आयुर्वेदिक दवाओं के साथ आहार चार्ट और योग का पालन करने सलाह दी जाती है। कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल भारत के साथ-साथ एशिया के भी बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार केंद्रो में आता है।

लेख प्रकाशित