हनुमान गढ़ (राजस्थान) से आए रोगी राजकुमार जी, किडनी रोग की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे। उन्होंने कर्मा आयुर्वेदा में आने से पहले 2 बार डायलिसिस करवाया था। इसी के साथ वह किडनी की बीमारी के अन्य लक्षणों से भी परेशान थे जैसे –
- भूख न लगना
- सांस फूलना
- पैर में दर्द और सूजन आना
- कमजोरी महसूस होना
- हाई क्रिएटिनिन लेवल – 7.88mg/dl
- हाई यूरिया लेवल – 150mg/dl
आयुर्वेदिक इलाज के बाद
कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक इलाज के बाद रोगी पहले से स्वस्थ और तंदुरूस्त महसूस कर रहे हैं। साथ ही अब वह दर्द भरे डायलिसिस प्रोटोकॉल से बिल्कुल बाहर है और उन्हें सभी लक्षणों से भी छुटकारा मिल गया है।
- भूख अच्छे से लगना
- सांस न फूलना
- पैरों की सूजन और दर्द खत्म हुआ
- क्रिएटिनिन लेवल – 5.96mg/dl
- यूरिया लेवल – 62mg/dl
विश्लेषण:
रोगी राजकुमार जी ने कुछ ही महीने पहले कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक इलाज शुरू किया था और अब वह आयुर्वेद की मदद से डायलिसिस की दर्दनाक प्रक्रिया से बाहर हैं। ऐसा सिर्फ डॉ. पुनीत धवन द्वारा दिए गए आयुर्वेदिक दवाओं की मदद से संभव हो पाया है।
किडनी रोग का आयुर्वेदिक उपचार
किडनी रोग बेहद गंभीर होता है और अगर इसका समय से इलाज नहीं करवाया जाए तो इससे रोगी की मौत भी हो सकती है। एलोपैथी उपचार में अधिक खर्च के साथ किडनी का इलाज किया जाता है। लगभग 5 से 10 प्रतिशत मरीज डायलिसिस पर निर्भर रहते हैं, क्योंकि एलोपैथी में इसका सही इलाज मौजूद नहीं है, वहीं कुछ रोगी इसका खर्च नहीं उठा पाते। जिसके कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्रोनिक किडनी जैसे रोगों का ठीक हो पाना बेहद मुश्किल है। फिर रोगी को अंतिम चरण में डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण करवाना पड़ता है वो भी बहुत लागत में। आप कर्मा आयुर्वेदा से बिना डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के और कम खर्च में किडनी रोग से मुक्त हो सकते हैं।
कर्मा आयुर्वेदा एक किडनी उपचार केंद्र जो एक चमत्कार के रूप में साबित हुआ है। जिसमें डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना किडनी रोगियों का इलाज किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा सन् 1937 में धवन परिवार द्वारा दिल्ली में स्थापित किया गया था और इस अस्पताल का संचालन डॉ. पुनीत धवन कर रहे हैं। आयुर्वेद में किडनी की समस्याओं को ठीक करने का परिणाम सफल रहा है। साथ ही डॉ. पुनीत धवन ने सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग से मुक्त किया है, वो भी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना। कर्मा आयुर्वेदा में आयुर्वेदिक दवाओं और आहार चार्ट की सलाह भी दी जाती है। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल करके दवाएं बनाई जाती हैं। जिसमें किसी प्रकार का कोर्ई साइड इफेक्ट नहीं होता है और रोग को जड़ से खत्म करता है।