आयुर्वेदिक किडनी उपचार तन-मन और आत्मा के बीच संतुलन बनाकर स्वास्थय में सुधार करता है। आयुर्वेद में न केवल उपचार होता है। बल्कि ये जीवन जीने का ऐसा तरीका सिखाता है, जिससे जीवन सरल और आसान होता है। आयुर्वेद की मदद शरीर में कोई भी बीमारी उत्पन नही हो सकती है, लेकिन जब इनका संतुलन बिगड़ता है तो बीमारी शरीर पर हावी होने लगती है और आयुर्वेद में इन्ही तीनों तत्वों का संतुलन बनाया गया है। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए बिहार के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”
किडनी का कार्य
किडनी शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमारे शरीर में विभिन्न उद्देश्यों का पूरा करते हैं। ये मुख्य अंग प्रणाली है जो रक्त से अतिरिक्त तरल पदार्थ और अपशिष्ट से छुटकारा पाने मंर एक महत्वपूर्ण काम करती है। किडनी रीढ़ की हड्डी के दोनों किनारों पर निचले हिस्से में स्थित किडनी की प्रणाली के दो सेम आकार के अंग है किडनी की कार्यात्मक इकांइयां नेफ्रोन है। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए बिहार के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”
किडनी फेल होने के लक्षण:
- शरीर में सूजन
- उच्च रक्तचाप
- शरीर में रक्त की कमी
- पेशाब में प्रोटीन या खून का आना
- पेशाब बार-बार जाना
- पेशाब के समय जलन या दर्द होना
- भूख में कमी “किडनी फेल्योर उपचार के लिए बिहार के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”
किडनी फेल्योर उपचार के लिए बिहार के बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार
किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा जो एक चमत्कार के रूप में साबित हुआ है। ये 1937 ये किडनी रोगियों का इलाज करते हैं। आयुर्वेद में डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना किडनी का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद में किडनी समस्याओं को ठीक करने में परिणाम सफल रहा हैं। किडनी फेल्योर के लिए उत्तर प्रदेश में आयुर्वेदिक डॉक्टर में से एक हैं डॉ. पुनीत धवन। उन्होंने केवल भारत के मरीज ही नहीं बल्कि दुनिया भर में किडनी से पीड़ित मरीजों को ठीक किया है। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे हमारे शरीर में कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए बिहार के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”