किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

अल्कोहोल और किडनी रोग

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किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

कर्मा आयुर्वेदा 1937 में स्थापित किया गया था। जो अभी तक किडनी रोग से पीड़ित मरीजों का इलाज करते आ रहा हैं। आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। डॉ. पुनीत हर साल हजारों किडनी रोगियों का इलाज करते हैं और उनके किडनी रोग को जड़ से खत्म करते है।

कर्मा आयुर्वेदा में आयुर्वेदिक उपचार किडनी से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में सफल रहा हैं, वो भी डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना। किडनी फेल्योर के लिए मुंबई में आयुर्वेदिक डॉक्टर में से एक है डॉ. पुनीत धवन। साथ ही ये एशिया के सबसे अच्छे स्वास्थ्य आयुर्वेदिक क्लिनिक में से भी एक है। किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

किडनी फेल्योर

हमारी किडनी शरीर में संतुलन बनाए रखने के कई कार्यों का निष्कासन करती है। वे अपशिष्ट पदार्थ को फिल्टर करके मूत्र द्वारा बाहर निकालते हैं और निष्कासन करते हैं। वे शरीर में पानी की मात्रा, सोडियम, पोटेशियम और कैल्शियम की मात्रा (इलेक्ट्रोलाइट्स) को संतुलित करती है। साथ ही अतिरिक्त अम्ल और क्षार निकालने में मदद करती है। जिससे शरीर में एसिड और क्षार का संतुलन बना रहता है।

बता दें कि, शरीर में किडनी का मुख्य कार्य खून का शुद्धिकरण करना है। जब बीमारी के कारण दोनों किडनी अपना सामान्य कार्य नहीं कर सके तो तब किडनी की कार्यक्षमता कम हो जाती है और उसे हम किडनी फेल्योर ट्रीटमेंट कहते हैं। किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

किडनी फेल्योर से दिखाई देने वाले लक्षण:

  • अनिद्रा
  • हाई ब्लड प्रेशर
  • थकान और कमजोरी
  • जी मिचलाना और उल्टी महसूस होना
  • रोग बढ़ने पर सांस लेने में परेशानी
  • हाथों, पैरों और एड़ियों में सूजन
  • हड्डियों में दर्द होना
  • गंभीर स्थितियों में पीड़ित व्यक्ति कोमा या बेहोशी में जा सकता है, इससे रोगी की जान भी जा सकती है
  • शरीर में खून की कमी होना किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

किडनी फेल्योर का निदान   

खून में क्रिएटिनिन और यूरिया की मात्रा की जांच से किडनी की कार्यक्षमता की जानकारी मिलती है, क्योंकि किडनी की कार्यक्षमता शरीर की आवश्यकता के अधिक होती है। इसलिए अगर किडनी खराब से थोड़ा नुकसान हो जाए, तो भी खून के परिक्षण में कई त्रुटि देखने को नहीं मिलती है, लेकिन जब रोगों के कारण दोनों किडनी 50% से अधिक खराब हो गई, तो तभी खून में क्रिएटिनिन और यूरिया की मात्रा सामान्य से अधिक पाई जाती है। किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार

प्राकृतिक विज्ञान जो कि कुछ जड़ी-बूटियों का उपयोग करके मन, शरीर और आत्मा का इलाज करती है। आयुर्वेद उपचार में प्रयुक्त सबसे आम जड़ी-बूटियों में पुनर्नवा, गोखुर, वरूण और शिरीष का इस्तेमाल करके दवा बनाई जाती है। ये किडनी की बीमारी  को ठीक करने और रोग के लक्षणों में सुधार लाती है। किडनी फेल्योर उपचार के लिए मुंबई के बेस्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर और अस्पताल

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