किडनी फेल्योर उपचार के लिए राजकोट के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल

अल्कोहोल और किडनी रोग

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किडनी फेल्योर उपचार के लिए राजकोट के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल

शरीर में किडनी का मुख्य कार्य शुद्धिकरण का होता है, लेकिन शरीर में किसी रोग की वजह से जब दोनों किडनी अपना सामान्य कार्य करने में अक्षम हो जाती है तो इस स्थिति को हम किडनी फेल्योर कहते हैं।

इन कारणों से होता है किडनी फेल्योर

• पेशाब आने पर करने न जाना
• पानी कम मात्रा में पीना
• ज्यादा नमक खाना
• हाई ब्लड प्रेशर
• मधुमेह के इलाज में लापरवाही करना
• अधिक मात्रा में मांस खाना
• पेन किलर दवाओं का सेवन करना
• ज्यादा शराब पीना
• जरूरी मात्रा में आराम न करना
• सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा पीना

किडनी फेल्योर में दिखाई देते है ये लक्षण

• भूख न लगना
• थकान और कमजोरी
• लगातार उल्टी आना
• मांसपेशियों में ऐंठन
• पेशाब की मात्रा का कम होना
• पैरों और टखनों में सूजन
• लगातार शरीर में खुजली होना
• हार्ट में पानी जमा होने से छाती में दर्द
• हाई ब्लड प्रेशर जिसे कंट्रोल करना मुश्किल हो
किडनी संबंधित बातों में कभी लापरवाही न करें और अगर आपको किडनी की परेशानी महसूस हो तो बिना किसी देरी किए आप कर्मा आयुर्वेदा से तुरंत इलाज करवाए।

किडनी फेल्योर का निदान

रक्त में क्रिएटिनिन और यूरिया की मात्रा की जांच से किडनी की कार्यक्षमता की जानकारी मिलती है, क्योंकि किडनी की कार्यक्षमता शरीर की आवश्यकता से अधिक होती है। इसलिए अगर किडनी फेल्योर से थोड़ा नुकसान हो जाए तो भी रक्त के परीक्षण में कई त्रुटि देखने को नहीं मिलती है, लेकिन जब रोगों के कारण दोनों किडनी 50% से ज्यादा खराब हो गई हो, तो रक्त में क्रिएटिनिन और यूरिया की मात्रा सामान्य से अधिक पाई जाती है।

किडनी फेल्योर उपचार के लिए राजकोट के बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार

5000 वर्ष पहले भारत की पवित्र भूमि में शुरू हुई आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति, जो काफी लंबे जीवन का विज्ञान है और दुनिया में स्वास्थ्य की देखभाल की सबसे पुरानी प्रणाली है जिसमें औषधि और दर्शन शास्त्र दोनों के गंभीर विचारों में शामिल है। प्राचीन काल से ही आयुर्वेद ने दुनिया भर की मानव जाति के संपूर्ण शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास किया है। आज ये चिकित्सा की अनुपम और अभिन्न शाखा है। ये एक संपूर्ण प्राकृतिक प्रणाली है जो आपके शरीर का सही संतुलन प्राप्त के लिए वात, पित्त और कफ को नियंत्रित करने पर निर्भर करता है।

आयुर्वेदिक दवाईयों में वरूण, कासनी, गोखुरस पुनर्नवा और शिरिष जैसी जड़ी-बूटियां शामिल है जो रोग को जड़ से खत्म करता है। आयुर्वेदिक उपचार केंद्रो में से एक हैं नई दिल्ली के बेस्ट किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा। ये 1937 में स्थापित किया गया था और आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। जो डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना किडनी रोगियों को ठीक करते हैं।

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