भारत में केसर को सभी मसालों का राजा कहा जाता हैं। इसे सैफ्रॉन या जाफरान से भी जाना जाता हैं। यह दुनिया भर के कीमती मसालों में से एक हैं। केसर कई फ्लेवर में पाया जाता हैं और स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद हैं। केसर के फायदो के अलावा वह अपने विशिष्ट स्वाद और औषधीय गुणों के कारण भी काफी महंगा होता हैं। केसर का बेहद अलग स्वाद इसमे मौजूद केमिकल कंपांउड पिक्रोक्रोकिन और सौफ्रॉन के वजह से होता हैं। केसर के अलग स्वाद की वजह से इसका इस्तेमाल दुनियाभर के कई पाक व्यंजनों में किया जाता हैं। यह कई गंभीर बीमारियों का इलाज करने के लिए भी किया जाता हैं।
बता दें कि, केसर में डेढ़ सौ से भी ज्यादा ऐसे यौगिक पाए जाते हैं जो हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता हैं। केसर जम्मू-कश्मीर में अक्टूबर से फरवरी के बीच बड़ी मात्रा में उगाया जाता हैं। इसकी खेती पैंतीस सौ से अधिक वर्षों से की जा रही हैं और प्राचीन समय से ही 90 से ज्यादा बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता रहा हैं, तो चलिए जानते हैं केसर के फायदे और नुकसान के बारे में।
केसर के फायदे –
- डिप्रेशन के लिए – केसर का सेवन करके आप डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर कर सकते हैं, क्योंकि केसर कार्टेनोइड्स और विटामिन बी से भरपूर हैं डो सेरोटोनिन और ऐसे अन्य केमिकल्स का उत्पादन बढ़ा देते हैं जो हमे खुश रहने में मदद करते हैं। दो बार से 15 मिलीग्राम केसर का सेवन करना चाहिएं। इसे आप दूध में भी डालकर पी सकते हैं या अपने खाने में केसर को शामिल करें।
- खूबसूरती बढ़ाएं – केसर बहुत गुण पाए जाते हैं जो चेहरे के रंग के सुधार लाने के साथ-साथ त्वचा को साफ रखता, रोग मुक्त करता हैं, सुन्दर और मुलायन स्किन बनाता हैं। सुंदर त्वचा के लिए आप केसर को फेस मास्क लाग सकते हैं बस एक छोटी चम्मच चंदन पाउडर और थोड़ा दूध मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाना होता हैं, जिसके चेहरे और गर्दन पर लगाकर 20 मिनट के लिए छोड़ दें और बाद में फेस को धो लें। ऐसा आप सप्ताह में 1 या 2 कर सकते हैं और इससे खुद फर्क महसूस करेंगे।
- उम्र बढ़ने पर भी जवान दिखें – केसर में पाए जाने एंटी-ऑक्सीडेंट बेहद प्रभावी होते हैं कि उम्र बढ़ने की प्रक्रिया का धीमा कर सकते हैं। मुंहासे, दाग-धब्बे और झुर्रियों को भी तेज़ी को खत्म कर देता हैं। कच्चे पपीते के गूदे में एक चुटकी केसर मिलाकर, इसे चेहरे और गर्दन पर 15 मिनट के लिए लगाएं और फिर धोलें। आपको ऐसा रोज़ करना हैं और आप दमकती, खिलखिलाती त्वचा पा सकते हैं।
- डिप्रेशन के लिए – केसर का सेवन करने से आप डिप्रेशन की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। केसर कार्टेनोइड्स और विटामिन-बी से भरपूर है जो सेरोटोनिन और ऐसे अन्य केमिकल्स का उत्पादन बढ़ा देता हैं जिससे हम अंदर से ही खुश रहते हैं। प्रतिदिन आपको दो बार 15 मिलीग्राम केसर का सेवन करना चाहिए। आप इसको दूध के साथ भी ले सकते हैं या अपने खाने में थोड़ा सा केसर शामिल कर सकते हैं।
- आंखों के लिए – केसर आंखों की रोशनी को बढ़ाने में सहायता करता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ी जाती हैं तो वैसे ही आंखों की समस्या होने लगती हैं और केसर आपको इस समस्या से आराम दिलाता हैं। केसर आंखों में समग्र स्वास्थ्य का ख्याल रखन में भी मदद करता हैं।
- सोचने-समझने की शक्ति बढ़ाएं – केसर का सेवन करके अल्जाइमर जैसी दिमाग की खतरनाक बीमारी से बच सकते हैं। स्मरण शक्ति से जुड़े अन्य रोगों से भी मुक्ति पा सकते हैं। अगर आप भी सीखने और याद रखने की क्षमता को बढ़ाने के लिए आप केसर का दूध पी सकते हैं।
- मासिक धर्म की समस्या – महिलाओं में मासिक धर्म से पहले होने वाले दर्द से आराम दिलाने के लिए केसर ही काफी हैं। थकान, चिड़चिड़ापन, सूजन और मासंपेशियों में एंठन जैसे लक्षणों से छुटकारा पा सकते हैं। बस आपको दिन में 2 बार 15 मिलीग्राम केसर का सेवन करना हैं। साथ ही आप इसे दूध में डालकर सेवन कर सकते हैं।
- पाचन तंत्र के लिए – आजकल हर व्यक्तियों को पेट में गैस का शिकायत होता हैं या पेट में दर्द रहता हैं। आप इससे बेहत आराम से निजात पा सकते हैं। इसके लिए बस आपको रोज़ सुबह केसर वाली चाय पिएं। केसर चाय बनाने के लिए आपको एक कप पानी में बहुत थोड़ी सी केसर डालकर और उसे अच्छे से उबाले। फिर इसमें शहद मिलाकर पिएं। इससे पाचन तंत्र मजबूत बनेगा।
- दिल के लिए – केसर का सेवन करके आप दिल को भी सलामत रख सकते हैं, क्योंकि केसर ब्लड प्रेशर को सामान्य रखन में मदद करता हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम रखता हैं, इसलिए रोज़ केसर की थोड़ी मात्रा लेते हैं। इससे दिल स्वस्थ रहता हैँ।
- अस्थमा का इलाज – कुछ दिन तक दिन में 3 से 4 बार केसर की चाय पीकर अस्थमा के अटैक को कम कर सकते हैं, क्योंकि केसर फेफड़ों में होने वाली जलन और सूजन को कम करता हैं और फेफड़ों से हवा को आसानी से गुजरने में मदद करता हैं। इसके अलावा केसर सांस से जुड़ी सभी बीमारियो का इलाज करता हैं।
- प्रेग्नेंसी में आराम – प्रेग्नेंसी के समय शरीर में सूजन, जलन रहने लगती हैं। इसमें कई तरह के उतार-चढाव देखने को मिलता हैं, चिंता और अवसाद रहने लगता हैं, साथ ही एसिडीटी का समस्या भी रहती हैं। केसर का दूध पीने से आप इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
केसर के नुकसान –
केसर को कई फूड सप्लिमेंट के रूप में ले सकते हैं। बहुत से लोग वजन घटाने के लिए, त्वचा पर निखार लाने के लिए केसर का इस्तेमाल करते है, लेकिन लंबे समय तक केसर का सेवन करने से, यह स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डालता हैं। वजन घटाने के लिए केसर का सेवन करते हैं, लेकिन ये ध्यान रखें कितने समय तक सेवन करना हैं। आपको वजन घटाने के लिए केसर का सेवन छह हफ्ते से ज्यादा नहीं करना चाहिएं। साथ ही केसर का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
आयुर्वेदिक उपचार केंद्र
आयुर्वेद प्राकृतिक जडी-बूटियों का इस्तेमाल करके दवा बनाई जाती हैं, जो रोग को पूरी तरह से ठीक करने में लिए काफी बेहतर माना गया हैं। भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्र में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा। ये 1937 में स्थापित किया गया था जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में आयुर्वेदिक दवाओं और डॉ. पुनीत धवन द्वारा दिए गए उचित डाइट चार्ट से आयुर्वेदिक किडनी उपचार किया जाता हैं। साथ ही उस रोग को किडनी डायलिसिस के बिना जड़ से खत्म करते हैं। साथ ही डॉ. पुनीत 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों की इलाज करके उन्हें रोग मुक्त किया हैं।