हमेशा सूरज की तरफ मुख कर के रहने वाले फूल को सूरजमुखी कहा जाता है। सूरजमुखी जहां देखने में सुन्दर होता, वहीं यह कई औषधीय गुणों से भरपूर भी होता है। सूर्य की भांति पीले रंग के इस फूल के बीच में बहुत सारे बीज होते हैं, जिनका प्रयोग खाने का तेल और औषधि बनाने के लिए किया जाता है। सूरजमुखी व्यक्ति के लिए सर से लेकर पाँव तक कई चमत्कारी औषधीय गुणों से भरा हुआ है। औषधि के रूप मे सूरजमुखी के बीज और उसके बीजों से निकला हुआ तेल प्रयोग में लाया जाता है। आज के इस लेख में हम सूरजमुखी के बीजों के किडनी को लेकर फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे, ताकि हमें यह ज्ञात हो सके कि इससे हमारी किडनी स्वस्थ रहती है या नहीं?
सूरजमुखी के बीज में क्या-क्या औषधीय गुण पाए जाते हैं?
सूरजमुखी के बीज में बहुत से औषधीय गुण भरे हुए है, जिनकी मदद से आप कई बीमारियों से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। सूरजमुखी के बीज और बीज से निकले तेल में आपको कैल्शियम, जिंक (जस्ता), फाइबर, प्रोटीन, वसा, आयरन, फास्फोरस, मैग्नीशियम जैसे कई औषधीय गुण मिलते हैं। इसके अलावा इसमें ओमेगा 3, कैलोरी, विटामिन ई, विटामिन B, विटामिन B 1, विटामिन B 3, और विटामिन B 6 मिलता है। यह सभी पौषक आपको सुन्दर त्वचा और लम्बे बाल देने के साथ-साथ आपकी किडनी को स्वस्थ बनाएं रखने में भी मदद करते हैं।
सूरजमुखी के बीज किडनी को कैसे स्वस्थ रखते हैं?
आपने ऊपर अभी ऊपर पढ़ा कि सूरजमुखी के बीजों और तेल में क्या -क्या पौषक तत्व मिलते हैं, यह सभी पौषक तत्व आपको अनेक रोगों से बचाने में मदद करते हैं। साथ ही इन सभी पौषक तत्वों की मदद से आपकी किडनी हमेशा स्वस्थ बनी रहती है, क्योंकि यह किडनी खराब होने वाले कारणों को पैदा होने से रोकता है, जिससे आपकी किडनी स्वस्थ रहती है। सूरजमुखी के बीज निम्न वर्णित तरह से आपकी किडनी के लिए फायदेमंद है :-
पाचन सुधारने में मददगार
सूरजमुखी के बीज आपके खराब पाचन तन्त्र को ठीक करने में सहायक होते हैं। इसके अंदर प्रचुर मात्रा में फाइबर मिलता है जो कि पाचन ठीक करने में मददगार होता है। इसके सेवन से गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। अगर आप भोजन के बाद सूरजमुखी के कच्चे बीजों का सेवन करें, तो आपका पाचन तन्त्र जल्द ही ठीक हो जाएगा, आप इसके तेल को भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
सूजन को कम करे
सूरजमुखी के बीज सूजन को कम करने में काफी असरदार होते हैं। इसके अंदर विटामिन ई पाया जाता है जो कि सूजन को कम करने में मदद करता है। विटामिन ई वसा में घुल कर एक खास एंटीओक्सिडेंट तत्व का निर्माण करता है जिससे मुक्त कणों को नष्ट करने में मदद मिलती है। मुक्त कणों के नष्ट हो जाने से शरीर में सूजन कम हो जाती है। आपको बता दें कि सूजन किडनी खराब होने का एक बड़ा लक्षण होता है, यह शरीर में अपशिष्ट उत्पाद जमा होने के कारण आती है, लेकिन सूरजमुखी हर तरह की सूजन दूर करने में मदद करता है। किडनी खराब होने पर कमर के निचले हिस्से में, पैरों में और आँखों के आस पास सूजन आ जाती है।
उच्च रक्तचाप को करे नियंत्रित
सूरजमुखी में विटमिन ई मिलता है जो कि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायता करता है। विटामिन ई शरीर में एंटीओक्सिडेंट क्षमता को बढ़ता है, इसके अलावा यह विटमिन ई, विटामिन सी और सेलेनियम तीनो साथ मिलकर कार्य करते हैं, जिससे उच्च रक्तचाप नियंत्रित होता है। ज्ञात हो कि यह किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है, तो इसलिए इसे हमेशा काबू में रखना किडनी के लिए जरूरी है।
हड्डियों को करे मजबूत
सूरजमुखी के बीज हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं। इसके अंदर मैग्नीशियम और कैल्शियम पाया जाता है जो कि हड्डियों को मजबूती प्रदान कराने के करक होते हैं। शरीर की अधिकांश हड्डियों में मैग्नीशियम पाया जाता है और कुछ हड्डियों की सतह में। वहीं कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। सूरजमुखी में आपको यह दोनों तत्व प्रचुर मात्रा में मिलते हैं, जो शरीर में मैग्न्शियम और कैल्शियम की कमी को पूरा करने में मदद करता है। इसके अलावा इन बीजों और तेल में तांबा मिलता है जो कि हड्डियों के लचीलेपन को दूर करता है। वहीं विटामिन ई हड्डियों की सूजन और गठिया को दूर करने में सहायक होता है। आपको बता दें कि हमारी किडनियां हमारी सभी हड्डियों को मजबूत करने का काम करती है। लेकिन किडनी के खराब हो जाने पर वह अपने इस काम को नहीं कर पाती।
दिल के लिए उपयोगी
सूरजमुखी के बीज दिल को स्वस्थ रखने में मददगार होते हैं। इसके सेवन से खराब कोलेस्ट्रोल खत्म होने लगता है। इसके अंदर विटामिन सी पाया जाता है जो कि कोलेस्ट्रोल को रक्त धमनियों में जमने नहीं देता , जिस के कारण धमनियों में रक्त का थक्का नहीं जम पाता। अगर रक्त धमनियों में रक्त का थक्का जमने लगे तो दिल को आघात हो सकता है, जिससे धड़कने कम होने से लेकर धड़कन रुक भी सकती है। सूरजमुखी में ओमेगा 3 प्रचुर मात्रा में मिलता है, जो हार्ट अटैक के खतरे को कम करने में मदद करता है, साथ ही अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ने में मदद करता है। आपको बता दें कि अगर दिल में कोई समस्या आ जाए तो किडनी पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने लगता है, जिससे किडनी के फिल्टर्स क्षतिग्रस्त होने लगते हैं
प्रतिरोधक शक्ति बढाएं
सूरजमुखी के तेल में बीजों के मुकाबले विटामिन ई की मात्रा अधिक पाई जाती है जो कि शरीर में इम्यून सिस्टम को बढाने में मदद करता है। इम्युन सिस्टम बढ़ने से शरीर रोगों से आसानी से लड़ने में सक्षम हो जाता है।
क्या सूरजमुखी के बीजों से कोई नुकसान भी हो सकता है?
सूरजमुखी के बीज या उसका तेल खाने के जितने फायदें है उतने ही नुकसान भी है। क्योंकि इसके अंदर वसा प्रचुर मात्रा में होती है जो कि शरीर को नुकसान दे सकती है। सूरजमुखी के बीज के सेवन से निम्न वर्णित नुकसान हो सकते हैं :-
- सूरजमुखी के बीज और तेल के अंदर सेलेनियम पाया जाता है। इसके अधिक सेवन से शरीर में आलस, थकान, कमजोर बाल और नाख़ून, चिडचिडापन जैसी समस्याएँ हो सकती है।
- अधिक वसा के सेवन से मधुमेह और रक्तचाप की समस्या हो सकती है जो की किडनी खराब होने के सबसे बड़े कारण है।
- इसके अंदर फास्फोरस अधिक मात्रा में पाया जाता है। जिसके अधिक सेवन से किडनी की समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए अधिक मात्रा में सूरजमुखी के बीजों और उसके तेल का सेवन कम मात्रा में सेवन करना चाहिए।
- सूरजमुखी के तेल से वजन बढ़ने का खतरा रहता है। क्योंकि इसमें वसा अधिक मात्रा में मिलता है।
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