रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?, किडनी ट्रीटमेंट इन इंडिया

अल्कोहोल और किडनी रोग

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रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?, किडनी ट्रीटमेंट इन इंडिया

किडनी शरीर की गंदगी को फिल्टर करने का काम धीमा या बंद कर देती हैं और तब किडनी फेल्योर की स्थिती बनती हैं। ये अपशिष्ट उत्पादों और ब्लड में जहरीले पदार्थ पैदा होने के कारण हो सकता हैं। किडनी की विफलता के दो प्रकार होते हैं- एक्यूट किडनी रोग और क्रोनिक किडनी रोग। रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?

रीनल फेल्योर के कारण

रीनल फेल्योर की समस्या लिए खासतौर पर दूषित खानपान और वातावरण जिम्मेदार माना जाता हैं। बहुत बार किडनी में परेशानी कारण एंटीवायोटिक दवाओं का ज्यादा सेबव करने से भी होता हैं। साथ ही मधुमेह रोगियों को किडनी की शिकायत आम लोगों की तुलना में ज्यादा होती हैं और बढ़ता औद्योगीकतरण और शहरीकरण भी किडनी रोग का कारण बन रहा हैं। “रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?”

रीनल फेल्योर के लक्षण

  • हाथों और पैरों में सूजन
  • उच्च रक्तचाप
  • कमजोरी, जी मिचलाना और उल्टी होना
  • सांस लेने में दिक्कत
  • नींद न आना
  • गंभीर स्थितियों में कोमा या बेहोश होना
  • शरीर में रक्त की कमी होना “रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?”

रीनल फेल्योर के सामान्य दो विकल्प

जब किडनी खराब हो जाती है, तो इसके इलाज के लिए दो ही विकल्प बचते हैं। ताउम्र डायलिसिस या किडनी प्रत्यारोपण कराना। डायलिसिस की प्रक्रिया काफी मेहंगी होती है। आम आदमी इतनी खर्चा नहीं उठा पाते हैं और मरीज का पूरा परिवार तनावग्रस्त हो जाते हैं।  रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?

रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा

आयुर्वेदिक उपचार तन-मन, शरीर और आत्म के उपचार के लिए प्राचीन उपचार तकनीक हैं। आयुर्वेद में किसी भी तरह की शारीरिक बीमारियां से सभी परेशानियों को बाहर निकालती हैं। जैसे कफ और वाता शामिल हैं। साथ ही किसी भी चैनल में अवरोध शरीर में बीमारियों और समस्याओं का कारण बन सकता हैं। आयुर्वेदा का मुख्या उद्देश्य किडनी रोग के इलाज के लिए अपरिष्कृत जड़ी-बूटियों और दवाओं का उपयोग करते है। “रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?”

बता दे कि, कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल विश्व में एक बहुत बड़ा ब्रांड हैं। ये बेहतरीन स्वास्थ्य केंद्रो में से एक हैं ये अस्पताल 1937 से किडनी रोगियों का प्राकृतिक और जैवित तरीकों से इलाज कर रहा है। ये आयुर्वेदा अस्पताल धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया हैं। इसे सफलतापूर्वक उनकी ये 5 वीं पीढ़ी यानी डॉ. पुनीत धवन ने पूरे विश्व में लोगों के लिए विफल हुए आयुर्वेदिक किडनी का इलाज करता हैं। कर्मा आयुर्वेदा ने प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और पूर्व ऐतिहासिक तकनीकों के उपयोग के साथ हजारों किडनी रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया हैं। “रीनल फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक दवा क्या हैं?”

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