कर्मा आयुर्वेदा किडनी पेशेंट – उमेश कुमार

अल्कोहोल और किडनी रोग

dr.Puneet
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रोगी का नाम उमेश कुमार हैं वह उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के रहने वाले हैं। उमेश जी किडनी फेल्योर की समस्या से जूझ रहे थे। वह हफ्ते में 2 बार डायलिसिस लिया करते थे और किडनी रोग की जटिलताओं से भी गुजरना पड़ रहा था।

इलाज से पहले

  • चलने­-फिरने में तकलीफ
  • सांस फूलना
  • भूख न लगना
  • उच्च क्रिएटिनिन स्तर – 18.2
  • उच्च यूरिया स्तर – 213.3

आयुर्वेदिक उपचार के बाद

कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के बाद रोगी में काफी बदलाव और सुधार देखने को मिला। रोगी का डायलिसिस भी हफ्ते में 2 से एक बार हो गया, शारीरिक तौर पर भी सुधार देखने को मिल हैं।

  • चलने-फिरने में कोई दिक्कत नहीं हैं
  • खाना अच्छे से खाते हैं
  • क्रिएटिनिन स्तर – 4.5
  • यूरिया स्तर – 98

विश्लेषण:

मात्र एक महीने में ही रोगी उमेश का डायलिसिस हफते में 2 से 1 हो गया और शरीर में भी काफी सुधार आया। कर्मा आयुर्वेदा में उमेश के साथ-साथ और भी किडनी पेशेंट इस रोग से मुक्त हुए हैं और साबुत है मरीजों का रिपोट्स।

किडनी की बीमारी

किडनी की बीमारियों के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती हैं, लेकिन ये निर्भर करता है कि किडनी की अंतर्निहित रोग और उसकी गंभीरता पर इसलिए रोग का प्रारंभिक दोर में पता लगाना मुश्किल होता हैं।

बता दें कि, तापमान अधिक होने से हमारा शरीर तेजी से पसीना निकालता हैं और शरीर का तापक्रम 37 डिग्री बनाए रखता हैं। पसीने के साथ काफी पानी बाहर निकल आता हैं। शरीर में 60 फीसदी पानी है। जब क्रोनिक में 30 फीसदी तक पानी कम हो जाता हैं तो डिहाइड्रेशन की शिकायत हो जाती हैं। पानी की कमी पूरी करने के लिए हमारा शरीर पेशाब की सांद्रता बढ़ाता हैं यानी पेशाब में पानी कम होकर वह अधिक अम्लीय प्रकृति का हो जाता हैं। साथ ही पेशाब गाढ़ा होने के साथ शरीर में मौजूद लवण का अवक्षेपण होने लगता हैं। इनके चलते ऑक्सजलेट, फॉस्फेट, यूरेट, यूरिया एसिड और अमीनो एसिड ते छोटे-छोटे कण किडनी में इकठ्ठा होकर पथरी के रूप में संग्रहित हो जाते हैं। पुरूषों के मुकाबले महिलाओं को यूरिनरी इंफेक्शन का खतरा अधिक होता हैँ।

भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा। ये 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था। आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। डॉ. पुनीत ने सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग से मुक्त किया हैं। वो भी डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के बिना। वह अपने को आयुर्वेदिक दवाओं के साथ-सात एक उचित डाइट चार्ट की सलाह भी देते हैं।

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