रोगी का नाम मीना कुमारी हैं वह नेपाल की रहने वाली हैं। मीना कुमारी को किडनी रोग से काफी दर्द का सामना करना पड़ रहा था और उनका क्रिएटिनिन लगातार बढ़ता जा रहा था जिससे डॉक्टर ने उन्हें डायलिसिस और ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। साथ ही रोगी ने नेपाल में एक साल एलोपैथी इलाज भी करवाया था जिससे उनका क्रिएटिनिन लेवल 2 से 10 तक पंहुच गया था। रोगी मीना कुमारी डायलिसिस और ट्रांसप्लांट के लिए राज़ी नहीं थे। तब उन्हें यूट्यूब से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला तो तब रोगी में दिल्ली आकर आयुर्वेदिक इलाज शुरू किया।
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
आयुर्वेदिक इलाज करवाने से पहले रोगी का क्रिएटिनिन 10.6 तक पंहुच गया था, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा से कुछ महीने इलाज लेने के बाद उनका क्रिएटिनिन लेवल 5.5 तक आया गया और रोगी अब डायलिसिस या ट्रांसप्लांट से बाहर हैं।
विश्लेषण:
डॉ. पुनीत धवन द्वारा दिए गए निर्देश अनुसार रोगी का क्रिएटिनिन कम हो पाया हैं और रोगी ने भी काफी अच्छे से आयुर्वेदिक दवाओं और डाइट चार्ट का पालन किया था। जिससे उनका क्रिएटिनिन कम हो पाया और अब वह डायलिसिस से भी मुक्त हैं। कर्मा आयुर्वेदा ने ये हजारों बार सिद्ध किया हैं कि आयुर्वेदिक दवाओं से क्रिएटिनिन कम किया जा सकता हैं।
किडनी की बीमारी
शरीर का बाहर और अंदर से तंदुरूस्त होना बहुत जरूरी हैं। बॉडी के अंदरुनी हिस्से हर समय अपना काम करती हैं। इनमें से किसी एक में जरा-सी खराबी आने पर सेहत बिगड़ने लगती हैं। अंदरूनी बॉडी के बारे में बात करें तो किडनी शरीर का बहुत जरूरी हिस्सा हैं। ये विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम करती है। अगर इसमें कोई गड़बड़ी आ जाए, तो हानिकारक पदार्थ शरीर से बाहर निकल नहीं पाते हैं और जिसका असर लिवर और दिल पर भी पड़ना शुरू हो जाता हैं। किडनी को स्वस्थ रखने और इससे जुड़ी परेशानियों को जल्दी ठीक करने के लिए सही डाइट का होना बहुत जरूरी हैं। आपको भी इससे संबंधित कोई परेशानी हैं तो इसके लिए सही आहार की जानकारी होना बहुत जरूरी हैं।
किडनी फेल्योर इलाज के लिए आहार के साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाओं का पालन करना भी जरूरी होता हैं। ऐसे ही भारत के प्रसिद्ध किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा, जो दिल्ली में 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था जिसके नेतृत्व में 5वीं पीढ़ी यानी डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा दिल्ली का एकमात्र किडनी उपचार केंद्र हैं आयुर्वेदिक दवाओं से मरीजों का इलाज किया जाता हैं। डॉ. पुनीत धवन ने 35 हजार से भी ज्यादा किडनी मरीजों का इलाज किया हैं। वो भी डायलिसिस और ट्रांसप्लांट के बिना।