रोगी का नाम श्री होरी लाल है जो इलाहाबाद से हैं। वह किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे। कर्मा आयुर्वेदा की वीडियो में रोगी के बेटे ने विस्तार से बताया कि कैसे उनके पिता मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एडिमा इत्यादि जैसी स्वास्थ्य जटिलताओं से जुझ रहे थे और डायलिसिस के बिना इसका इलाज मुश्किल था, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा ने आयुर्वेदिक उपचार से ये कर दिखाया।
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
कर्मा आयुर्वेदा में इलाज से पहले रोगी का क्रिएटिनिन स्तर 5.8 था जो आयुर्वेदिक उपचार से सिर्फ दो महीने में ही घट कर 4.72 हो गया। मरीज का बेटा बताता है कि उसके पिता को एलोपैथी डॉक्टर ने डायलिसिस लेने का सुझाव दिया था, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा में रोगी को स्वाभिक रूप से निर्देश दिया जाता है।
विश्लेषण:
कर्मा आयुर्वेदा ने श्री होरी लाल के अलावा दूनिया भर के कई किडनी के मरीजों का इलाज किया है और वो भी डायलिसिस के बिना। आयुर्वेदिक किडनी उपचार प्राप्त करने के बाद सभी मरीज स्वस्थ जीवन का आनंद ले रहे हैं।
कर्मा आयुर्वेदा और डॉ. पुनीत धवन
कर्मा आयुर्वेदा का उद्देश्य सभी किडनी रोगियों को डायलिसिस से दूर रखना है। वह किडनी रोग के लिए प्राकृतिक उपचार का इस्तेमाल करते हैं। कर्मा आयुर्वेदा 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था। जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। यह एकमात्र किडनी देखभाल संस्थान है जो साबित कर चुका है कि किडनी फेल्योर जैसी जानलेवा बीमारी का भी स्वाभाविक रूप से इलाज किया जा सकता है। किडनी फेल्योर ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति कुछ काम नहीं कर पाता है। यहां तक की रोगी की जान भी जा सकता है, लेकिन कर्मा आयुर्वेदा ही एकमात्र केंद्र है जो डाययलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना किडनी रोगियों का इलाज करते हैं। इसलिए अगर किडनी रोग से पीड़ित है तो आप कर्मा आयुर्वेदा डॉ. पुनीत धवन से संपर्क कर सकते हैं।