रोगी का नाम चतुर सिंह हैं वह हलद्वानी के रहने वाले हैं। चतुर सिंह एक आर्मी ऑफिसर हैं। जो किडनी की बीमारी से परेशान थे। शुरूआती रोग में लक्षण उभर कर नहीं आते, लेकिन रोगी को उच्च रक्तचाप समस्या सामने आईं। जिससे उन्हें किडनी रोग का पता चला और तब उनका क्रिएटिनिन लेवल बढ़ता जा रहा था। साथ ही चतुर सिंह को डॉक्टर ने बोल दिया गया था कि ये बीमारी खत्म नहीं होती है और दिन-ब-दिन बढ़ती चली जाती हैं।
इलाज के पहले
- उच्च क्रिएटिनिन स्तर – 2.2
- यूरिया स्तर – 70
- जीएफआर – 35.98
आयुर्वेदिक इलाज से बाद
रोगी को यूट्यूब से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत उपचार शुरू कर दिया और उन्हें किडनी रोग में काफी सुधार देखने को मिला। उनका क्रिएटिनिन लेवल भी कम हो गया।
- क्रिएटिनिन स्तर – 1.76
- यूरिया स्तर – 49
- जीएफआर – 43.43
विश्लेषण:
कर्मा आयुर्वेदा ने हजारों बार सिद्ध किया है कि किडनी का इलाज संभव और उसे आयुर्वेदिक दवाओं से जड़ से खत्म किया जा सकता हैं। सिर्फ आपको अपने रोग की पहचान करने जरूरत होती है और समय रहते इलाज करवाना होता हैं। कर्मा आयुर्वेदा, डॉ. पुनीत धवन ने ये एक बार नहीं बल्कि हजारों बार सिद्ध करके दिखाया है।
किडनी की बीमारी
शरीर में किडनी का मुख्य कार्य रक्त को शुद्धिकरण करना हैं। जब बीमारी के कारण दोनों किडनी अपनी सामान्य कार्य नहीं कर सके, तो किडनी की कार्यक्षमताल हम हो जाती हैं, जिसे किडनी फेल्योर कहा जाता हैं। किडनी की बीमारी के लिए खासतौर दूषित खान-पान और वातावरण जिम्मेदार माना जाता हैं। कई बार किडनी में परेशानी की वजह दर्द नाशक दवाओं से भी होती हैं। मधुमेह रोगियों को किडनी की शिकायत आम लोगों की तुलना में ज्यादा होती हैं।
कर्मा आयुर्वेदा दिल्ली के बेस्ट किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं। ये अस्पताल 1937 में स्थापित किया गया था। जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ ओर सिर्फ आयुर्वेदिक उपचार पर भरोसा किया जाता हैं। डॉ. पुनीत धवन में 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग मुक्त किया हैं।