रोगी का नाम बागरू दास है जो देहरादून के रहने वाले है। वह काफी समय से किडनी समस्या से पीड़ित थे। इस वीडियो में रोगी का बेटा बताता है कि उनके पिता को चलने और उठने-बैठने में काफी परेशानी होती थी और इसके साथ ही उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
कर्मा आयुर्वेदा से किडनी रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के बाद, अब वह अपने आप पर काम करने में समक्ष है। रोगी के बेटे ने यह भी बताया कि उनके पिता को एलोपैथी डॉक्टरों ने डायलिसिस की सलाह भी दी थी, लेकिन डॉ. पुनीत धवन ने उन्हें डायलिसिस की प्रक्रिया से मुक्त कर दिया और उन्होंने क्रिएटिनिन स्तर को कम करने के लिए कई जगह से उपचार भी करवाएं, लेकिन डॉ. पुनीत धवन द्वारा किए गए आयुर्वेदिक किडनी उपचार से 3.9 से 1.9 हो गया। ऐसा केवल 10 दिनों में हुआ है।
विश्लेषण:
कर्मा आयुर्वेदा के आयुर्वेदिक उपचार और डॉ. पुनीत धवन के निर्देशानुसार डाइट चार्ट से रोगी में सुधार आया है। साथ ही मरीज को डायलिसिस से मुक्त किया है रोग को जड़ से खत्म करने में मदद की है।
क्या है किडनी फेल्योर?
किडनी की बीमारी मुख्य रूप से तीव्र किडनी रोग (एकेडी) और क्रोनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) में होती है। मधुमेह या उच्च रक्तचाप वाले मरीजों के साथ अधिकतर मध्यम और बुढ़े रोगियों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। ये एक अनुवंशिक विकार, किडनी इंफेक्शन, कैंसर, ट्यूमर या किडनी की चोट के कारण बच्चों में भी हो सकता है।
किडनी के किसी भी रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार सबसे ज्यादा फायदेमंद है। जो रोग जड़ से खत्म करने में मदद करता है। साथ ही रोगी को डायलिसिस से मुक्त करता है। भारत के प्रसिद्ध किडनी उपचार केंद्रो में से एक है कर्मा आयुर्वेदा। जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। यहां रोगियों को आयुर्वेदिक उपचार के साथ उचित डाइट चार्ट की सलाह भी दी जाती है।