रोगी का नाम विकास पांडे है ये बिहार से आए हैं। वह लंबे समय क्रोनिक किडनी से पीड़ित थे। उन्होंने एलोपैथिक उपचार भी करवाया, लेकिन उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं आया। रोगी में किडनी की बीमारी से होने वाले लक्षण।
- भूख की कमी
- शरीर में सूजन
- शरीर में दर्द
- क्रिएटिनिन 4.5
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
रोगी ने कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार शुरू किया और देखते ही देखते रोगी में सुधार आना शुरू हो गया।
- सूजन कम हो गई
- शरीर का दर्द खत्म हो गया
- बीपी सामान्य हो गया
- क्रिएटिनिन – 3.47
- यूरिया – 64
- जीएफआर में सुधार आ गया
विश्लेषण:
कर्मा आयुर्वेदा ने रोगी को किडनी रोग से मुक्त किया। साथ ही हर्बल दवाओं में मूत्रवर्धक गुण होते हैं और किडनी की बीमारी को कम करने में मदद करते हैं। डॉ. पुनीत धवन ने उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा और उचित आहार की सलाह दी जिससे अपना रोगी के शरीर में सुधार आ गया।
किडनी रोग
किडनी रोग में क्रोनिक किडनी डिजीज बेहद गंभीर रोग है, क्योंकि इसे कोई दवा उपलब्ध नहीं होती है। साथ ही इसके लक्षणों का पता भी जल्दी से नहीं चलता है। पिछले कई सालों से इस रोग के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। दस में से एक व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा होता हैं। वैसे रोग के लिए डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, पथरी आदि जिम्मेदार होती है।
आयुर्वेदिक किडनी उपचार भारत में सालों से चला आ रहा है जो रोग को जड़ से खत्म करने में मदद करता है। आयुर्वेदिक ही एकमात्र ऐसा साधन है जो बिना डायलिसिस और प्रत्योरपण की मदद से किडनी रोग को खत्म कर सकते हैं। कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल में किडनी रोगियों का आयुर्वेदिक इलाज किया जाता हैं। जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है और वह काफी लंबे समय से किडनी रोगियों को ठीक करते आ रहा है।