किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल, किडनी ट्रीटमेंट इन इंडिया

अल्कोहोल और किडनी रोग

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किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल, किडनी ट्रीटमेंट इन इंडिया

किडनी हमारे शरीर में खून साफ करके पेशाब बनाने का काम करती है। साथ ही स्त्री और पुरुष दोनों में ही दो किडनी होती हैं। किडनी हमारे पेट के अंदर से पीछे के हिस्से में पीठ के दोनों तरह छाती की पसलियों के सुरक्षित तरीके में होती हैं। ये हमारे पेट के भीतर होती है। जिसके बारे में हाथ लगाकर पता नहीं किया जा सकता हैं, लेकिन किडनी को हमेशा स्वस्थ रखने के लिए हम 10 घरेलू उपाय कर सकते हैं। जिससे किडनी की कोई बीमारियो से बचे रह सकते हैं। तो चालिए जानते है उन 10 उपाय को। किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल

ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण

बल्ड प्रेशर के नियत्रंण न रहना भी कई बीमारीयों को संकेत देता हैं और उच्च ब्लड प्रेसर किडनी के फेल होने का दूसरा सबसे आम कारण है। हाई बल्ड प्रेशर से भी रक्त नलिकाओं को नुकसान पहुंचता हैं। आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि आपका ब्डल प्रेशर 140/90 एमएमएचजी से ज्यादा नहीं होना चाहिए।

एक्टिव रहें

व्यक्ति के एक्टिव रहने से उसके सारे रोग खत्म जाते हैं, क्योंकि जब आप रोजमर्रा के जीवन में सक्रिय रहते हैं तो ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। जिससे कई बीमारियां आपसे दूर रहती है और आप डायबिटीज जैसी बीमारियों की चपेट में आने से भी बचे रहते हैं। करीब 30 फीसदी मामलों में किडनी के फेल होने का कारण डायबिटीज पाया गया है। इसलिए आप एक्टिव रहें ताकि आप किडनी की बीमारियों से दूर रह सकें। “किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल”

तरल चीजें ज्यादा लें

शरीर से नुकसानदायक चीजें बाहर निकालने के लिए किडनी को तरल माध्यम की जरूरत होती है। दिन में कम से कम डेढ़ से दो लीटर पानी पीना जरूरी है और शारीरिक रूप से ज्यादा सक्रिय रहने वालों को इससे भी ज्यादा पानी पीना चाहिए। साथ ही अन्य तरल चीजें जैसे जूस आदि का सेवन करें।

नियंत्रित आहार

नियंत्रित आहार से खराब किडनी को भी ठीक किया जा सकता है। आपको मसालेदार खाने का हमेशा के लिए त्याग करना होगा। साथ ही नियमित नींबू, आलू का रस और हमेशा शुद्ध जल का अधिक से अधिक सेवन करें, जिससे कि आपकी किडनी को कोई नुकसान नहीं हो। “किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल”

ब्लड शुगर पर नियंत्रण रखें

खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाने से डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा तो बढ़ता ही है, इससे किडनी की आंतरिक नलिकाएं भी नष्ट हो सकती हैं। अगर इन नलिकाओं को नुकसान पहुंच जाता है तो वो रक्त को ठीक से फिल्टर नहीं कर पातीं। इसलिए किडनी के लिए ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रण जरूरी है।

नशे से दूर रहें

शरीर में रक्त वाहिकाओं को नष्ट करने में धूम्रपान का बड़ा हाथ होता है। इसकी वजह से खून ठीक तरह से फिल्टर नहीं हो पाता है। अगर आप सिगरेट या कोई अन्य तरह का नशा करते हैं तो इसे छोड़ दें। इससे आपकी किडनी ही नहीं बल्कि शरीर के कई अन्य अंग भी बीमारियों से दूर रहेंगे। “किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल”

मुनक्के का सेवन करें

अगर आपको किडनी को लेकर कोई बीमारी या शिकायत है तो आप रात को सोते वक्त कुछ मुनक्कों को पानी में भिगोकर रखें। फिर सुबह के समय में मुनक्कों को पानी से निकाल कर, इस पानी को पीएं। ऐसा कुछ दिनों तक लगातार करने से गुर्दे के रोग जल्दी ही ठीक हो जाते हैं।

पेनकिलर दवाईयों से दूर रहें

अगर लंबे समय तक दर्द रोधी दवाईयां ली जाएं तो इससे भी किडनी पर बुरा असर पड़ता है। अगर किसी के गुर्दे पहले से ही थोड़े कमजोर हों, तो उन्हें पेनकिलर दवाओं से काफी खतरा हो सकता है। इसलिए किडनी की बीमारियों से दूर रहने के लिए पेनकिलर से दूर रहें और डॉक्टरों की सलाह से ही पेनकिलर लें। “किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल”

किडनी की देखभाल और आयुर्वेदिक उपचार:

आयुर्वेद चिकित्सा शरीर, मन और आत्मा का एक प्राचीन विज्ञान है। आयुर्वेद का उपयोग जड़ी-बूटियों और पूर्व-ऐतिहासिक तकनीकों के साथ किया जाता है। विश्व में प्रमुख किडनी सेंटर में से एक कर्मा आयुर्वेद अस्पताल है। यह 1937 से किडनी रोगियों को 100% प्राकृतिक इलाज कर रही है। यहां हर्बल दवाइयों के द्वारा रोगियों को ठीक किया जाता है। यहां सभी तरह की किडनी रोग का प्राकृतिक इलाज किया जाता है। “किडनी की आयुर्वेदिक देखभाल”

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