किडनी की बीमारियों के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं ये निर्भर करता हैं किडनी के अंतनिर्हित रोग और उसकी गंभीरता पर। इसलिए रोग के प्रारंभिक दोर में पता लगाना मुश्किल होता हैं। “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”
किडनी की बीमारी के लक्षण:
किडनी खराब होने लगें तो पेशाब त्याग के समय दर्द होता है और रक्त भी आता हैं। इसके अलावा आपको किडनी रोग में और भी बहुत से लक्षण देखने को मिलते है। “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”
- गर्म मौसम में भी ठंड लगना
- भूख कम लगना
- शरीर में सूजन आना
- शरीर में थकान और कमजोरी आना
- पेशाब में प्रोटीन अधिक हो जाना
- पेशाब के समय जलन होना
- उच्च रक्तचाप
- त्वचा पर चकते पड़ना और खुजली होना
- मुंह का स्वाद खराब होना और मुंह से बदबू आना “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”
किडनी की सफाई के लिए उपचार:
विटामिन
कुछ अलग तरह के वाइटमिन गुर्दे को स्वस्थ रखने के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। जी हां, इनमें से एक हैं विटामिन-डी, जो किडनी रोग को खत्म करने में मदद करता है। विटामिन-बी पथरी नहीं होने देता हैं और विटामिन-सी किडनी को कई प्रकार के होने वाले नुकसान से बचाता है।
सेब का सिरका
एंटीबैक्टीरियल गुणों की वजह से किडनी में इंफेक्शन पैदा करने वाले बैक्टीरिया का अंत करता है और सेब की सिरका पथरी को धीरे-धीरे गला देता है। इसके साथ ही सेब का विनेगर उन हानिकारक तत्वों को किडनी से बाहर निकालता देता हैं। जिससे उन्हें नुकसान हो। “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”
बेकिंग सोडा
ब्रिटिश वैज्ञानिकों के अनुसार सोडियम बाइ कार्बोनेट किडनी रोग में लाभदायक होता है। ये रक्त में एसिडिटी को कम करता है, जिससे गुर्दे की बीमारी नहीं होती है।
सब्ज़ियों का जूस
किडनी में कोई परेशानी होने पर लौकी, खीरा, गाजर और पत्ता गोभी का रस पीना काफी अच्छा है। इसके अलावा तरबूज और आलू का रस भी बेहद फायदेमंद हैं। जल्दी राहत पाने के लिए दिन में दो बार सब्जियों का जूस पीना चाहिए। “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”
मुन्नका का पानी
रोज़ रात को सोने से पहले कुछ मुन्नके पानी भिगो दें और सुबह उसका पानी पी जाएँ। भीगे मुन्नके खाने की ज़रूरत नहीं है। कुछ दिन में आपको फ़ायदा नज़र आने लगेगा।
पानी की मात्रा
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए ज़रूरी है कि आप ज़्यादा से ज़्यादा टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकाल दीजिए। इसके लिए आपको सिर्फ़ दिन में 4 लीटर या उससे अधिक पानी पीने की ज़रूरत है। आप कभी कभार नींबू पानी में ले सकते हैं। इससे किडनी के लिए आवश्यक वाइटमिन सी प्राप्त हो जाएगा। “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”
आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेदिक चिकित्सा शरीर, तन-मन और आत्मा का एक प्राचीन विज्ञान है। आयुर्वेद का उपयोग जड़ी-बूटियों और पूर्व-ऐतिहासिक तकनीकों के साथ किया जाता हैं। विश्व में प्रमुख किडनी सेंटर में से एक कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल है। ये 1937 से किडनी रोगियों को 100% प्राकृतिक इलाज कर रही है। यह हर्बल दवाईयों के द्वारा रोगियों को ठीक किया जाता हैं। ये सभी तरह की किडनी रोग का प्राकृतिक इलाज किया जाता हैं। “किडनी की सफाई के लिए आयुर्वेदिक दवा”