जब किडनी रक्त से उत्पाद को फिल्टर करने में सक्षम नहीं होती हैं, तो रक्तचाप को संतुलित करती हैं और शरीर में खनिज स्तर को नियंत्रित करती हैं, तब रोगी क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित होते हैं। इसका सही तरह के बैलेंस डाइट और हर्बल दवा के इस्तेमाल से मरीज को आयुर्वेद में आसानी से इलाज किया जा सकता हैं। आयुर्वेद से कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं और चिकित्सा रिपोर्टों में भी सुधार देखा जा सकता हैं। कर्मा आयुर्वेदा ने प्रत्यारोपण के प्रोटोकॉल के बिना कई रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है और रोगियों को पूरी तरह से ठीक करने में मदद की हैं।
किडनी डिजीज
किडनी डायलिसिस आज के समय में एक आम समस्या बन गई हैं, लेकिन किडनी खराब होने के कई कारण हो सकते हैं, जिन्हें अक्सर लोग नज़रअंदाज कर देते हैं। अगर इस रोग के इलाज की बात करें तो करीब 90% लोग अंग्रेजी दवाओं और इलाज का रूख करते हैं, जबकि किडनी डायलिसिस के लिए आयुर्वेद में भी इलाज मौजूद है। किडनी खराब होने पर मरीजों को डायलिसिस पर रहना पड़ता हैं और आयुर्वेद में ऐसी दवाएं मौजूद है जो न सिर्फ किडनी के मरीजों को डायलिसिस पर जाने से बचाती हैं किडनी डिजीज और डायलिसिस से छुटकारा भी दिला देती हैं।
किडनी को खराब करने वाली आदतें
- पेशाब आने पर करने न जाना
- पानी कम मात्रा में पीना
- बहुत ज्यादा नमक खाना
- पेन किलर का सेवन करना
- शुगर का इलाज में लापरवाही
- उच्च रक्तचाप का समय से इलाज न किया जाएं
- अधिक मात्रा में मांस खाना
- अधिक मात्रा में सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा पीना
- काम के बाद जूरूरी मात्रा में आराम न करना
आयुर्वेदिक उपचार
किडनी की समस्या के लक्षण के बारे में पता लगाने के लिए और इसके अलावा अन्य लक्षणों में किडनी की समस्या का सामना कर सकती हैं।
- आयुर्वेद में हर्बल और प्राकृतिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता हैं
- आयुर्वेद दवा बेहद सहीं जिससे कुछ दुष्प्रभाव नहीं होता हैं।
- ये रोग को जड़ से खत्म करती हैं
- किडनी की समस्या के लिए ये असरदार दवा हैं
भारत के प्रमुख किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल। ये 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था और आज इसके नेतृत्व में धवन परीवार की 5वीं पीढी यानी डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं पर भरोसा किया जाता हैं। साथ ही डॉ. पुनीत धवन ने सफलतापूर्वक हर्बल दवाईयों के द्वारा रोगियों को किडनी रोग से मुक्त किया जाता हैं। यहां सभी किडनी मरीजों का 100 प्रतिशत इलाज किया जाता हैं।