किडनी खराब होने के लक्षण

अल्कोहोल और किडनी रोग

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किडनी खराब होने के लक्षण

किडनी मनुष्य के शरीर का वो अंग है, जिसके बिना व्यक्ति जीने की कल्पना भी नहीं कर सकता। इसलिए मनुष्य के शरीर में किडनी का खास महत्व होता है। मानव शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए किडनी का स्वस्थ होना बेहद जरुरी है। आजकल की इस अस्त-व्यस्त जीवनशैली और हमारे खान- पान में लापरवाही के कारण किडनी खराब होने के लक्षण दिखाई देने लगे तो यह काफी चिंता की बात है।

किडनी खराब होने के पहले चरण में किडनी के काम करने की क्षमता 90% तक रहती है। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को कोई लक्षण महसूस नहीं होते है। लेकिन इस समय पेशाब में परेशानियां आने लगती हैं। दूसरी और तीसरी स्टेज में किडनी खराब होने के लक्षण आसानी से महसूस किये जा सकते हैं| इस दौरान पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की परेशानियां होती है जैसे –

शरीर में खून की कमी

किडनी खराब होने की पहचान एनीमिया से की जा सकती है। ऐसे रोगी को जल्दी थकान होने लगती है और शरीर का रंग पीला पड़ने लगता है। एनीमिया या शरीर में खून की कमी किडनी खराब होने के संकेत है, जो सबसे पहले दिखाई देते हैं। अगर समय रहते इसका सही उपचार न किया जाये तो रोगी की हालत गंभीर हो सकती है।

भूख में कमी

किडनी के खराब होने की पहचान भूख में आई कमी से भी की जा सकती है। ऐसे रोगी के मुँह का स्वाद बदल जाता है। मतली और उलटी होना शुरू हो जाता है। जब किडनी के काम करने की स्पीड में कमी आ जाती है तो हमारे शरीर के भीतर विषाक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ने लगती है, जिसकी वजह भूख में कमी, जी मिचलाना और उलटी जैसी परेशानियां होनी शुरू हो जाती हैं।

शरीर में सुजन

किडनी खराब होने की सूरत में चेहरे, पेट और पैरों में सूजन भी आ जाती है। ये किडनी खराब होने के काफी गंभीर लक्षण हैं। अगर आपको अपने शरीर में ऐसे लक्षण महसूस हों और वो जल्दी से ठीक न हो पा रहे हों तो तुरंत एक अच्छे और अनुभवी चिकित्सिक से सलाह लें।

उच्च रक्तचाप

किडनी खराब होने के लक्षणों में उच्च रकत्चाप भी शामिल है। किडनी के ठीक से काम ना करने की वजह से उच्च रक्तचाप की समसया हो जाती है। अगर किसी को उच्च रकत्चाप 30 साल के आसपास की आयु में ही हो जाये तो यह किडनी खराब होने का एक बड़ा संकेत है।

पेशाब में परेशानी

पेशाब में तकलीफ होना किडनी के खराब होने के लक्षणों में से सबसे जरूरी संकेत है, क्योंकि अगर किसी व्यक्ति की किडनी खराब होने पर सबसे पहले पेशाब में बदलाव नजर आता है। पेशाब की मात्रा में या तो कमी आ जाती है या फिर पेशाब अधिक मात्रा में आना शुरू हो जाता है। पेशाब का रंग भी बदल जाता है। पेशाब में जलन होना, पेशाब में पस या खून आना और पेशाब का पूरी तरह से रुक जाना भी किडनी खराब होने का बड़ा लक्षण है।

ठंड लगना

अगर किसी व्यक्ति का शरीर हमेशा ठंडा रहे और उसे नींद अधिक आने लगे तो समझ जाइये की ये किडनी खराब होने का लक्षण है। आपको जानकर हैरानी होगी के अगर किसी की किडनी खराब हो रही है तो उसे गर्मी के मौसम में भी ठंड लगनी शुरू हो जाएगी।

चिड़चिड़ापन

इस बीमारी के कारण रोगी के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा में गिरावट आ जाती है जिसकी वजह से वो चिड़चिड़ापन हो जाता है।

त्वचा में रेशेज

जब किसी व्यक्ति की किडनी अच्छी तरह से काम नहीं करती या फिर कम काम करती है तो इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति के शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा होने लगते हैं। इसका असर त्वचा पर दिखाई देता है। त्वचा पर रेशेज और खुजली होने लगती है।

वजन में तेजी से परिवर्तन

अगर आपका वजन अचानक से बढ़ने लगे या फिर कम होने लगे तो आपकी किडनी खराब होने की स्थिति में हो सकती है। ऐसी हालत में तुरंत ही गुर्दा रोगी विशेषज्ञ से संपर्क करें।

थकान महसूस होना

किडनी रोगी को किडनी की कार्यक्षमता में कमी के कारण अधिक थकान महसूस होती है। उसको पूरा दिन सोने की इच्छा रहती है। किडनी पीठ के हिस्से की ओर ज्यादा होती है, इसलिए अगर किसी को किडनी में कोई दिक्कत हो तो उनकी पीठ में दर्द भी रहता है।

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