आजकल के बदलती लाइफस्टाइल से दूसरी बीमारियों के साथ-साथ किडनी खराब होने के मामले भी बढ़ रही हैं। एक बार किडनी की बीमारी हो गई तो ज्यादातर लोग जिंदगी से हताश हो जाते हैं, जबकि सच ये हैं कि अगर सही से इलाज कराया जाए और पूरी सावधानियां बरती जाएं तो किडनी खराब होने के बाद भी मरीज लंबी ठीक-ठीक जिंदगी जी सकते हैं।
किडनी को खराब करने वाली आदतें
- पेशाब रोकना
- कम पानी पीना
- खाने में अधिक नमक का सेवन करना
- उच्च रक्तचाप को नज़रअंदाज करना
- डायबिटीज मेंटेन नहीं रखना
- मांस का सेवन अधिक करना
- दर्द निवारक दवाओं का इस्तेमाल करना
- अधिक शराब या धुम्रपान का सेवन करना
- सॉफ्ट ड्रिंक्स और सोडा पीना
लाल अंगूर किडनी के लिए फायदेमंद
अंगूर खाना लगभग सभी को पसंद होता हैं, क्योंकि इसमें न छिलता उतारने की टेशंन न बीच फेंकने का झंझट। इसी कारण से लोग गर्मियों में अंगूर का सेवन सबसे ज्यादा मात्रा में करते हैं इसके अलावा अंगूर खाने से शरीर को ठंडक पंहुचाती हैं साथ ही ये प्यास बुझाने में भी कारगर हैं। शरीर को हेल्दी रखने के साथ ही अंगूर कब्ज, अपचन, थकान, किडनी की बीमारियों और आंखों में होने वाले मोतियाबिंद जैसे रोगों से भी बचाता हैं। अंगूर में विटामिन ए, सी, बी6, फोलेट के अलावा कई प्रकार के मिनरल्स जैसे पोटैशियॉम, कैल्शियम, आयरनस, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और सेलेनियम भी पाए जाते हैं।
साथ ही 100 ग्राम अंगूर में सिर्फ 69 कैलोरी, प्रोटीन/वसा की मात्रा 0.3 ग्राम, मिनरल्स 0.6 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट 16.5 ग्राम और फाइबर मात्रा 2.9 ग्राम होती हैं। काले या हरे अंगूर में 15 से 25% ग्लूकोज की मात्रा भी पाई जानी हैं, जो रक्त में आसानी से घुल जाती हैं और शरीर कौ भरपूर ऊर्जा देती हैं। लाल अंगूर में पाएं जाने वाले फ्लैवोनॉयड्स, जो एंटी-अक्सीडेंट्स के रूप में काम करते हैं, ये चेहरे को झुर्रियों को कम करके त्वचा लंबे समय तक जवां बनाए रखते हैं। मिनरल्स से भरे अंगूर हेल्दी लाइफ के लिए जूरूरी फलों में से एक हैं।
लाल अंगूरों में कई प्रकार के फ्लैवोनॉइड होते हैं जो उन्हें लाल रंग देते हैं। फ्लैवोनॉइड दिल की बीमारी से बचाता हैं और रक्त की गांठ को कम करने में मदद करता हैं। जिन किडनी के मरीजों को पानी पीना मन होता हैं, उन्हें लाल अंगूर फ्रीज करके स्नैक के तौर पर खाने को दे, इससे उनकी प्याज बुझ जाएगी।
किडनी की बीमारी में लाल अंगूर के फायदे
- माइग्रेन
- दिल की बीमारी
- अस्थमा
- हड्डियों के लिए
अन्य फायदे – थकान से छुटकारा, माइग्रेन में राहत, कब्ज में आराम, अल्जाइमर बीमारी से रखें दूर, डायबिटीज में आराम, दांतो के लिए फायदेमंद, मोतियाबिदं में कारगर, किडनी के लिए लाभकारी, गठिया रोग से मुक्ति, मुंह के छाले खत्म करता हैं, त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाता हैं, असमय बुढ़ापे को रोकता हैं, त्वचा को कोमल बनाता हैं, जवां रखता हैं, दाग-धब्बों से छुटकारा दिलातता हैं।
आयुर्वेदिक उपचार
भारत के प्रसिद्ध किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदा। ये दिल्ली में 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था। जिसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा में सिर्फ आयुर्वेदिक दवाओं पर भरोसा किया जाता हैं। साथ ही डॉ. पुनीत धवन में आयुर्वेद से 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग से मुक्त किया हैं। आयुर्वेद प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करके दवाएं बनाई जाती हैं। जिससे रोगियों को कोई नुकसान या दुष्प्रभाव नहीं होता हैं।