पेशेंट कल्पना पटेल जो इलाहाबाद उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। वह किडनी की समस्या से जूझ रही थी। रोगी को किडनी रोग से काफी दर्द का सामना करना पड़ रहा था। वह हफ्ते में तीन बार डायलिसिस लिया करती थी।
इलाज के बाद
- जी मिचलाना
- चलने में परेशानी
- यूरिन पास करने में दिक्कत
- उच्च क्रिएटिनिन लेवल – 7.8
आयुर्वेदिक उपचार
रोगी ने कुछ महीने पहले ही उपचार शुरू किया हैं और लगकर उपचार करने के बाद उनमें काफी सुधार आया हैं। वह न केवल शारीरिक तौर पर फिट हैं बल्कि यूरिया, प्रोटीन और क्रिएटिनिन भी सामान्य आए हैं।
- शारीरिक तौर पर फिट
- यूरिन समस्या खत्म हो गई
- क्रिएटिनिन लेवल – 5.5
विश्लेषण:
कर्मा आयुर्वेदा ने प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के साथ एक और रोगी का इलाज किया हैं और उसे डायलिसिस से बचाया हैं। प्रांरभिक उपचार के बाद रोगी डायलिसिस प्रोटोकॉल से बाहर हैं। डॉ. पुनीत धवन ने उपचार के दौरान रोगी की मदद की और उसे ठीक किया।
किडनी की बीमारियों का आयुर्वेदिक इलाज
किडनी की बीमारी बेहद खतरनाक इसलिए हैं, क्योंकि इसकी प्रथम अवस्था में पता नहीं चल पाता हैं कि ये धीरे-धीरे खराब हो रही हैं, फिर भी शरीर कई ऐसे संकेत देता हैं जिससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि किडनी सही से काम नहीं कर रही हैं या नहीं।
लोगों की आबादी का एक तिहाई हिस्सा किडनी रोग से पीड़ित हैं, लेकिन बाकी आबादी के लिए किडनी का कार्य धीरे-धीरे 35 साल की आयु में गिरावट शुरू हो जाती हैं। ये कभी-कभी संरचनात्मक और हार्मोन में परिवर्तनों के साथ-साथ बाद के वर्षों में भी खराब हो सकती हैं। कर्मा आयुर्वेदा एशिया में आयुर्वेद किडनी उपचार के लिए सबसे अच्छे उपचार केंद्रो में से एक हैं। इसके नेतृत्व में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर पुनीत धवन हैं। वह मरीजों के सामान्य स्वास्थ्य और कल्याण में सभी परिवर्तन और सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कर्मा आयुर्वेदा में हेल्थकेयर पेशेवरों की टीन क्लिनिक में पांरपरिक आयुर्वेदिक उपचार की पेशकश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका सबसे बड़ा मिशन हैं आयुर्वेदिक उपचार से किडनी रोगियों को बीमारी से मुक्त करना। साथ ही दवा के इस प्राचीन ज्ञान के बारे में भी शिक्षित किया हैं।