पेशेंट का नाम ज़ैतून है, जो बिजनौर उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं। वह किडनी फेल्योर की गंभीर स्थिति से पीड़ित थी। रोगी किडनी की बीमारी के साथ अन्य बीमारियों से भी जूझ रही थी हर जगह इलाज करवाने के बाद कर्मा आयुर्वेदा रोगी का एकमात्र सहारा बना।
आयुर्वेदिक इलाज से इलाज से पहले
- चलने में दिक्कत
- डायबिटीज
- लीवर में दिक्कत
- ह्रदय की समस्या
- उच्च क्रिएटिनिन स्तर – 4.6
- उच्च यूरिया स्तर - 162
आयुर्वेदिक इलाज के बाद
कर्मा आयुर्वेदा से 2 महीने के इलाज में ही रोगी में बहुत सुधार आ गया हैं। वह बिना किसी सहारे के सब जगह चली जाती हैं और हर काम करने में सक्षम भी हैं।
- सभी बीमारियों से मुक्ति
- क्रिएटिनिन स्तर - 12
- यूरिया स्तर - 82
विश्लेषण:
रोगी ने ठीक से आयुर्वेदिक दवाओं का पालन किया हैं जैसे उन्हें बताया गया था। वह हर चीजों का ठीक से पालन करने के बाद वह पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं।
क्रिएटिनिन क्या हैं और उसका आयुर्वेदिक उपचार
क्रिएटिनिन ब्लड जांच या क्रिएटिनिन टेस्ट किडनी फेल्योर की स्थिति का पता लगाने के लिए एक प्रकार का ब्लड और यूरिन हैं। क्रिएटिनिन एक प्रकार का रासायनिक रूप से अपशिष्ट पदार्थ हैं जो क्रिएटिन द्वारा शरीर की ऊर्जा उत्पन्न करने के समय मात्रा में बनता हैं और ऊतकों को नष्ट होने के समय भी उत्पन्न होती हैं। क्रिएटिनिन टेस्ट का इस्तेमाल किडनी की कार्यक्षमता का पता लगाने और किडनी विफलता के जोखिमों को कम करने में किया जाता हैं। साथ ही किडनी की बीमारी एक आम बात हो गई जो किसी भी व्यक्ति में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता हैं। किडनी के सही तरीके से काम करने की जानकारी का पता लगाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को एक निश्चित समय में क्रिएटिनिन जांच कराना आवश्यक होता हैं।
आयुर्वेदिक उपचार केंद्र
कर्मा आयुर्वेदा भारत के बेस्ट किडनी उपचार केंद्रो में से एक हैं। ये 1937 में धवन परिवार द्वारा स्थापित किया गया था और आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन हैं। कर्मा आयुर्वेदा में आयुर्वेदिक दवाओं से इलाज किया जाता है। डॉ. पुनीत ने सफलतापूर्वक 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग मुक्त किया हैं, वो भी किडनी डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट के बिना। कर्मा आयुर्वेदा भारत के साथ-साथ एशिया के भी बेस्ट आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्रो में आता हैं।