किडनी पेशेंट पार्वती देवी - कर्मा आयुर्वेदा

अल्कोहोल और किडनी रोग

dr.Puneet
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आज कर्मा आयुर्वेदा में आई है बिहार से रोगी पार्वती देवी। जो किडनी डिजीज की गंभीर समस्या से जूझ रही थी। रोगी की हालत इतनी गंभीर हो गई थी कि एलोपैथी डॉक्टर ने डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह दे दी थी। लेकिन फिर रोगी के पति को यूट्यूब के माध्यम से कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता चला और तब दिल्ली आकर तुरंत आयुर्वेदिक उपचार शुरू कर दिया।

इलाज से पहले

  • उच्च क्रिएटिनिन स्तर – 6.0

आयुर्वेदिक इलाज के बाद

कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के बाद से रोगी में बहुत से बदलाव देखने को मिले हैं। वह शारीरिक तौर पर फिट हैं और वह अब अपना हर घरेलू काम करने में सक्षम हैं।

  • क्रिएटिनिन स्तर – 2.2

विश्लेषण:

रोगी पार्वती देवी ने कुछ ही महीने पहले आयुर्वेदिक उपचार शुरू किया था और अब वह बिल्कुल ठीक हैं। डॉ. पुनीत धवन द्वारा दिए गए आयुर्वेदिक उपचार और आहार चार्ट की मदद से उनमें काफी सुधार देखने को मिला हैं।

किडनी डिजीज का आयुर्वेदिक उपचार

शुरूआती अवस्था में बीमारी को पकड़ पाना मुश्किल होता हैं, क्योंकि दोनों किडनी 60% प्रतिशत खराब होने के बाद ही मरीज़ को इसका पता चल पाता हैं। किडनी बीन्स की तरह होती हैं जो पेट में दाएं और बाएं भाग में पीछे की तरफ स्थित होती हैं, किडनी खराब होने पर शरीर में रक्त साफ नहीं हो पाता और क्रिएटिनिन बढ़ने लगता हैं अगर दोनों किडनी अपना कार्य करने में सक्षम नहीं हो, तो उसे आम भाषा किडनी फेल्योर कहा जाता हैं।

किडनी के इन लक्षणों को लंबे समय तक अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए और आयुर्वेदिक किडनी उपचार इस पर सबसे अच्छा काम कर सकता हैं। आयुर्वेदिक तीन दोषों अर्थात पित्त, कफ और वात पर केंद्रित हैं। शरीर में हर कोई बीमारी इन वजह से ही होती हैं। प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और कार्बनिक दवाओं आयुर्वेदिक उपचार के मुख्य तत्व हैं। साथ ही इस्तेमाल की गई जड़ी-बूटी किसी भी तरह के दुष्प्रभाव से मुक्त होता हैं और किडनी फेल्योर  में फायदेमंद होता हैं।

भारत के जाने-माने आयुर्वेदिक चिकित्सकों में से एक हैं डॉ. पुनीत धवन। उन्होंने आयुर्वेद में कई वर्षों का अनुभव प्राप्त किया हैं और  क्लीनिक के लिए नाम आर्जित किया हैं। कर्मा आयुर्वेदा एशिया में अग्रणी स्वस्थ क्लीनिक में से एक बन गया हैं यहां न केवल अपने मरीजों को आयुर्वेदिक किडनी दवाओं प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें योजनाबद्ध आहार चार्ट और योगा का पालन करने की सलाह देते हैं।

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