रोगी का नाम रमेश चंद्र गुप्ता है, जो कि उत्तम नगर (दिल्ली) के रहने वाले हैं। वह क्रोनिक किडनी डिजीज की शुरूआती अवस्था से जूझ रहे थे और उनकी किडनी 50 से 60 प्रतिशत डैमेज हो चुकी थी। रोगी का किडनी क्रिएटिनिन लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था और वेदांता अस्पताल में बोल दिया गया था कि, किडनी क्रिएटिनिन लेवल कम नहीं होगा। साथ ही उन्हें इस बीमारी में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था जैसे -
- सूजन
- यूरिन की समस्या
आयुर्वेदिक उपचार के बाद
रोगी ने दो महीने पहले ही कर्मा आयुर्वेदा से अपना इलाज शुरू किया था और कर्मा आयुर्वेदा में आने से पहले उनका क्रिएटिनिन लेवल – 2.7mg/dl था, लेकिन आयुर्वेदिक किडनी उपचार प्राप्त करने के बाद उनका क्रिएटिनिन लेवल घटकर – 1.56mg/dl पर पहुंच गया है। साथ ही रोगी के स्वास्थ्य में काफी सुधार देखने को मिले हैं जैसे – सूजन खत्म हुई और यूरिन की समस्या से भी छुटकारा मिल गया है।
किडनी की बीमारी का करें आयुर्वेदिक उपचार
हमारे शरीर में सभी अंग महत्वपूर्ण होते हैं, जिसमें से किडनी सबसे जरूरी अंगों में आती है। अगर खराब लाइफस्टाइल या किसी दवा के दुष्प्रभाव स्वरूप कई बार किडनी में कुछ समस्याएं आ जाती है, तो इस स्थिति में बहुत संभलकर रहने की जरूरत होती है। किडनी शरीर में एकत्रित हुए अधिक पानी, नमक और अन्य क्षार तत्व को पेशाब द्वारा बाहर करके शरीर में इन पदार्थों का संतुलन बनाने का काम करती है। किडनी फेल होने पर इस काम में बाधा पहुंचती है।
देश में किडनी डायलिसिस करवाने वाले मरीजों की संख्या में 10 से 15% की वृद्धि हुई है और इनमें बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल है। आंकड़ो के अनुसार, पिछले 15 वर्षो में देश में किडनी की तकलीफों वाले मरीजों की संख्या बढ़कर दोगुनी हो गई हैं।
यह एक चिंता की बात है कि, देश में डायलिसिस करवाने वाले मरीजों की संख्या में 10 से 15% की वृद्धि हुई और इनमें काफी सारे बच्चे भी शामिल है। जब किडनी की कार्यक्षमता कमजोर हो जाती है, तब शरीर से विषैले पदार्थ पूरी तरह से नहीं निकल पाते हैं। क्रिएटिनिन और यूरिया जैसे पदार्थो की अधिकता होने पर कई प्रकार की समस्याएं बढ़ जाती है, तो ऐसे में मशीनों की सहायता से खून को साफ करने की प्रक्रिया को डायलिसिस कहते हैं।
कर्मा आयुर्वेदा दिल्ली के बेस्ट किडनी फेल्योर आयुर्वेदिक उपचार केंद्रो में से एक है, जो सन् 1937 में धवन परिवार द्वारा दिल्ली में स्थापित किया गया था और आज इस अस्पताल का नेतृत्व डॉ. पुनीत धवन कर रहे हैं।
डॉ. पुनीत धवन ने आयुर्वेद की मदद से 35 हजार से भी ज्यादा मरीजों का इलाज करके उन्हें रोग से मुक्त किया है, वो भी बिना किसी किडनी डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के। साथ ही यहां आयुर्वेदिक किडनी दवाओं के साथ आहार चार्ट और योग का पालन करने सलाह भी दी जाती है। कर्मा आयुर्वेदा का नाम भारत के साथ-साथ एशिया के बेहतरीन आयुर्वेदिक किडनी उपचार केंद्रो में शामिल है।