किडनी फेल
किडनी फेल होने की अंतिम स्थिति से किडनी को पूरी तरह काम न कर पाते से हैं। यदि कोई व्यकित किडनी फेल होने की अंतिम स्थिति में होते हैं तो उसके लिए कुछ नहीं किया जा सकता। तब ये महत्वपूर्ण है कि जब भी आपको किडनी से संबंधित कोई समस्या आए तो आप तुरंत किसी योग्य व पेशेवर आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. पुनीत धवन की सलाह लें। ये किडनी फेल होने की चेतावनी से संबंधित लक्षणों के बारे में बताया गया हैं। अपने तथा अपने प्रिय लोगों को स्वास्थ्य का बेहद ध्यान महत्वपूर्ण है। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए छत्तीसगढ़ के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”
किडनी फेल होने के लक्षण
जब किडनी काम करना बंद कर देती है तो शरीर में कई लक्षण उत्पन्न होते हैं, लेकिन कुछ लक्षणों में से कई लक्षण बहुत अस्पष्ट होते हैं। ये लक्षण इतनी धीमी गति से बढ़ते हैं कि रोगी अक्सर इनकी तरफ ध्यान नहीं दे पाते हैं और सही समय पर समुचित इलाज नहीं हो पाता। आइए जानते हैं किडनी फेल होने वाले लक्षणों के बारे में। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए छत्तीसगढ़ के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”
- हाथों और पैरों में सूजन उत्पन्न हो जाती है
- उच्च रक्तचाप (हाई बल्ड प्रेशर)
- हड्डियों में दर्द
- कमजोरी और थकान
- जी मिचलाना और उल्टी
- रोग के बढ जाने पर सांस लेने में दिक्कत महसूस होती हैं।
- नींद न आना
- शरीर में रक्त की कमी होना
- किन्हीं गंभीर स्थितियों में पीड़ित व्यक्ति कोमा या बेहोशी में जा सकता है और रोगी की जान पर बन आ सकती है। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए छत्तीसगढ़ के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”
किडनी फेल्योर उपचार के लिए छत्तीसगढ़ के बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार
किडनी से संबंधित सभी समस्याओं को ठीक करने में सफल रहा है आयुर्वेदिक किडनी उपचार, वो भी डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना। किडनी फेल्योर के लिए छत्तीसगढ़ के आयुर्वेदिक डॉक्टर में से एक हैं डॉ. पुनीत धवन। ये एशिया के सबसे बेहतरीन स्वास्थ क्लिनिक कर्मा आयुर्वेदा के प्रमुख हैं। उन्होंने लाखों रोगियों को अपने आयुर्वेदिक दवां और प्रक्रियाओं के साथ ठीक किया जता है और किडनी रोगियों को डाइट चार्ट की सलाह भी दी जाती है। वैसे आयुर्वेद का उपयोग पूर्व ऐतिहासिक तकनीकों के साथ किया जाता है।
विश्व प्रमुख किडनी सेंटर में से एक कर्मा आयुर्वेदा अस्पताल है ये 1937 किडनी रोगियों का इलाज करते आ रहे हैं। आयुर्वेद में हर्बल दवाईयों के द्वारा रोगियों को ठीक किया जाता है। ये 100% नेचरल हैं और इन आयुर्वेदिक दवाओं से कोई साइड इफेक्ट्स नहीं होता हैं। ये एकदम प्राकृतिक इलाज है। “किडनी फेल्योर उपचार के लिए छत्तीसगढ़ के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”