किडनी खराब होना, जिसे हम किडनी फेल्योर कहते है। किडनी रक्त से अपशिष्ट उत्पादों को फिल्टर करना अचानक बंद कर देते हैं। जब किडनी के रक्त छानने की क्षमता नष्ट हो जाती है तो रक्त में अपशिष्ट पदार्थ खतरनाक स्तर पर जमा होने लगते है और इससे रक्त की रासायनिक संरचना असंतुलित हो जाती है।
एक्यूट किडनी फेल्योर जिसे किडनी खराब होना या एक्यूट किडनी की चोट भी कहा जाता है और ये कुछ घंटों में या कुछ दिनों में तेजी से विकसित हो सकते हैं। ऐसे लोग जो पहले से ही अस्पताल में भर्ती है और गंभीर रूप से बीमारी का शिकार है। तब इसकी देखभाल की आवश्यकता होती है, उनमें किडनी की खराबी सामान्य रूप से अधिक होती है। किडनी खराब होना घातक हो सकता है और इसके लिए जरूरी उपचार की आवश्यकता होती है, क्योंकि एक्यूट किडनी फेल्योर को वापस सामान्य स्थिति में लाया जा सकता है। अगर आपका स्वास्थ्य अच्छा है तो, आप किडनी को सामान्य रूप से काम करने के लिए बेहतर बना सकते हैं।
किडनी खराब होने के लक्षण
- उलझन सी महसूस होना
- जी मिचलाना या मतली
- गंभीर मामलों में दौरे या कोमा
- छाती में दर्द या दबाव
- तरल अवरोधन से आपके पैरों, टखनों या तलवों में सूजन होना
- तंद्रा
- सांस लेने में तकलीफ
- थकान
कभी-कभी किडनी फेल्योर के कोई संकेत या लक्षण दिखाई नहीं देते है और किसी अन्य कारण के लिए प्रयोगशाला परिक्षण करवाने पर इनके बारे में पता चलता है।
किडनी फेल्योर का निदान
आपके संकेत और लक्षण बताते है कि आप किडनी फेल्योर से ग्रस्त है तो आपको डॉक्टर पृष्टि करने के लिए कुछ परिक्षण और प्रक्रियाओं की सिफारिश कर सकते हैं जिनमें निम्न शामिल है –
- पेशाब उत्पादन को मापना –
आपके द्वारा एक दिन में उत्सर्जित की गई पेशाब की मात्रा, चिकित्सक की मात्रा, चिकित्सक को आपकी किडनी की खराबी के कारण को निर्धारित करने में मदद कर सकता है।
- पेशाब परिक्षण –
पेशाप विश्लेषण प्रक्रिया द्वारा आपके पेशाब के नमूने का विश्लेषण करने से उन असामान्यताओं का पता चल सकता है जो किडनी की खराबी को बढ़ाती है।
- रक्त परिक्षण –
आपके रक्त का नमूना यूरिया और क्रिएटिनिन के तेजी से बढ़ते स्तरों को प्रकट कर सकता है।
- इमेजिंग टेस्ट -
अल्ट्रासाउंड और कम्पयूटरीकृत टोमोग्राफी (सीटी) जैसे इमेजिंग टेस्ट, डॉक्टर द्वारा आपकी किडनी का निरीक्षण करने में मदद कर सकते है।
- परीक्षण के लिए किडनी के ऊतक का नमूना लेना –
डॉक्टर प्रयोगशाला परिक्षण के लिए किडनी के ऊतक के छोटे से नमूने को निकालने के लिए किडनी बायोप्सी की सिफारिश कर सकते है। किडनी के ऊतक का नमूना लेने के लिए डॉक्टर एक पतली सुई से आपकी त्वचा के माध्यम से किडनी में डाल सकते हैं।
किडनी फेल्योर उपचार के लिए फरीदाबाद के बेस्ट आयुर्वेदिक उपचार
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