किडनी फेल्योर के लिए पुणे के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल

अल्कोहोल और किडनी रोग

dr.Puneet
+91
OR CALL
9971829191
किडनी फेल्योर के लिए पुणे के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल

किडनी शरीर का एक ऐसा पार्ट होता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर पेशाब के रूप में बाहर निकालता हैं और खून को साफ करके काम करने वाली किडनी आमतौर पर हमारी लापरवाही का शिकार होती है। किडनी शरीर के बीचों बीच कमर के पास होती है। ये अंग मुठ्ठी के बराबर को होता है। हमारे शरीर में दो किडनियां होती है। अगर एक किडनी पूरी तरह से खराब हो जाए तो भी शरीर ठीक से काम करता है।

साथ ही ह्रदय के द्वारा पम्प किए गए रक्त का 20 प्रतिशत किडनी में जाता है। ये रक्त साफ होकर वापस शरीर में चला जाता है। इस तरह से किडनी हमारे रक्त को साफ कर देती है और सारे टॉक्सिन्स पेशाब के जरिए शरीर से बाहर कर देती हैं। हमारी खराब जीवनशैली और कभी-कभी दवाईयों के कारण किडनी के ऊपर बूरा प्रभाव पड़ता है।

किडनी फेल्योर के बारे में सबसे बूरा ये है कि, इसका पता पहली अस्वस्था में नहीं चलता है। जब ये अंतिम अवस्था में चली जाती है तब इस बीमारी का पता चलता है। इसलिए इसको साइलन्ट डिजीज कहते हैं। किडनी फेल्योर के प्रथम अवस्था को समझने के लिए उसके लक्षणों को पहचाना जरूरी होता है, लेकिन किडनी खराब होने के दूसरे लक्षण उसके 80% खराब होने के बाद नजंर आते हैं।

किडनी खराब होने के लक्षण:

• पेशाब के रंग में बदलाव आना
• पेशाब की मात्रा का बढ़ जाना या एकदम कम हो जाना
• बार-बार पेशाब आने का एहसास होना
• पेशाब करते वक्त दर्द या जलन महसूस होना
पेशाब करते वक्त रक्त का आना
पेशाब में झाग आना
• थकान और कमजोरी महसूस होना
• चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में कमी
• हर समय ठंड महसूस होना
• त्वचा में रैशेज़ और खुजली होना “किडनी फेल्योर के लिए पुणे के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल”

किडनी फेल्योर उपचार के लिए बेस्ट चेन्नई के आयुर्वेदिक उपचार

किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा जो एक चमत्कार के रूप में साबित हुआ है। ये 1937 से किडनी रोगियों का आयुर्वेदिक इलाज करते आ रहे हैं और अभी इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। आयुर्वेद में डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना किडनी का इलाज करते हैं। आयुर्वेद में किडनी समस्याओं को ठीक करने में परिणाम सफल रहा है।

किडनी फेल्योर के लिए चेन्नई में आयुर्वेदिक डॉक्टर में से एक हैं डॉ. पुनीत धवन। उन्होंने केवल भारत के मरीज ही नहीं बल्कि दुनिया भर में किडनी से पीड़ित मरीजों को ठीक किया है। आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे हमारे शरीर में कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। “किडनी फेल्योर के लिए पुणे के बेस्ट डॉक्टर और अस्पताल

लेख प्रकाशित