क्या अजमोद किडनी के लिए फायदेमंद है?

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क्या अजमोद किडनी के लिए फायदेमंद है?

क्या अजमोद किडनी के लिए फ़ायदेमंद है?

किडनी हमारे शरीर में बहने वाले खून को साफ करने का कार्य करती है। खून साफ करने के समय किडनी खून में मौजूद सारे अपशिष्ट उत्पादों को बाहर निकाल देती है। हमारे खून में सोडियम, एसिड, पोटेशियम, अतिरिक्त कैल्शियम, शर्करा जैसे कई अपशिष्ट उत्पाद होते हैं, जिनको किडनी खून साफ करने के समय अलग कर उन्हें पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकाल देती है।

जब किडनी खून साफ करती है तो हमारे शरीर में रसायनों के बीच में एक संतुलन बना रहता है, जो हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। लेकिन जब हमारी किडनी खराब हो जाती है या वह किसी समस्या से जूझने लगे तो वह अपने इस जरूरी काम को नहीं कर पाती।

इस दौरान व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमें अपनी किडनी को हमेशा स्वस्थ रखना चाहिए। आप किडनी को कई प्रकार से स्वस्थ रख सकते हैं, जोकि काफी जरूरी होता है। क्या आपको मालूम है आप “अजमोद” की मदद से भी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं। अजमोद एक प्रकार का औषधीय पौधा है जो हमारे स्वस्थ के लिए काफी लाभकारी होता है। 

अजमोद में कौन-कौन से पोषक तत्व मिलते हैं?

अजमोद हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है। यह एपियासी (Apiaceae)  जाति का एक पौधा है जिसे अंग्रेजी में पार्सले के नाम से जाना जाता है। अजमोद को मुख्य रूप से सब्जी माना जाता है, लेकिन इसे आमतौर पर सलाद, फास्टफूड बनाने, और जूस के रूप में प्रयोग किया जाता है। पश्चिमी देशों में यह व्यंजन बनाने के लिए खासा प्रयोग किया जाता है। पार्सले यानि अजमोद कई पोषक तत्वों से भरपूर होती है जिसके चलते ही इसे आहार में बड़े स्तर पर प्रयोग किया जाता है। 

अजमोद में पोटेशियम, मैंगनीज, मैग्‍नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन, सोडियम और फाइबर जैसे जरुरी पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें थियामीन, रिबोफ़्लिविन, फोलिक एसिड और फाइबर भी शामिल हैं। इसमें एपिजेनिन और लूटेओलिन जैसे तत्‍व भी पाये जाते हैं। गर्म तासीर का अजमोद श्वास, सूखी खांसी और आंतरिक शीत के लिए लाभकारी होता है। इसके अलावा अजमोद में फैटी एसिड और विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन डी, विटामिन बी 6, विटामिन बी-12 और विटामिन के  जैसे जरुरी विटामिन भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं। अपने इन्हीं गुणों के चलते यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कभ्कारी है।

अजमोद किस प्रकार किडनी के लिए लाभकारी है?

अगर आप अपनी किडनी को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो अजमोद को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। यह कई प्रकार से आपकी किडनी को स्वस्थ रखने में काफी मदद करती है। इसके सेवन से आप कई ऐसी समस्याओं से बचे रहते हैं जिनके कारण से किडनी से जुड़ी समस्या हो सकती हैं। अजमोद निम्नलिखित प्रकार से आपकी किडनी को स्वस्थ बनाए रखती हैं :-

उच्च रक्तचाप नियंत्रित करें

अजमोद के सेवन से आप उच्च रक्तचाप की समस्या से दूर बने रहते हैं। इसके अंदर पैथालाईड (phthalide) पाया जाता है जो कार्बनिक रासायनिक यौगिक तत्व हैं,  यह आपके रक्त में मौजूद तनाव हार्मोन के स्तर को काफी हद तक कम कर देता है। यह यौगिक तत्व आपके रक्त वाहिकाओं को विस्तारित करने में सहायता करता है जिससे चलते आपके खून को स्थानांतरित करने के लिए अधिक जगह मिलती है और परिणामस्वरूप खून में दबाव कम हो जाता है। ऐसा होने से आपका उच्च रक्तचाप संतुलित निम्न स्तर पर आ जाता है। उच्च रक्तचाप किडनी खराब होने के सबसे खास करणों में गिना जाता है। 

किडनी को रखे स्वस्थ

किडनी हमारे शरीर को साफ रखने के लिए काम करती है और अजमोद हमारी किडनी को साफ करने का काम करती है। अजमोद का रस शरीर और उसके आंतरिक अंगों को साफ करने के साथ-साथ विभिन्न किडनी के संक्रमणों के इलाज के लिए एक शानदार तरीका है। अजमोद में विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन ए, तांबा, सोडियम, पोटेशियम और रिबोफ्लाविन जैसे कई पोषक तत्व मिलते हैं, यह सभी पोषक तत्व किडनी को साफ करने के लिए मदद करते हैं। यह देर तक भूख का एहसास नहीं होने देता है जिससे किडनी के ऊपर काम का बोझ कम पड़ता है, और आपकी किडनी स्वस्थ बनी रहती है। 

गठिया से राहत दिलाएं

अजमोद के सेवन से गठिया की समस्या से राहत मिलती है। किडनी खराब होने पर लोगो को अक्सर गठिया की समस्या हो सकती है, यह किडनी खराब होने का एक आम लक्षण है। ऐसे में अगर आप पार्सले का सेवन करते हैं तो आपको निश्चित ही इस समस्या से राहत मिलती है। इसके सेवन से गठिया के कारण हुई सूजन और दर्द में राहत मिलती है। जब शरीर में यूरिक ए

अगर आप मूत्र पथ

सिड की मात्रा बढ़ने लगती है तो गठिया की समस्या सामने आती है, अजमोद पेशाब के जरिये सारे यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकलने में मदद करता है और गठिया की समस्या दूर हो जाती है। यह सूजन से पीड़ित जोड़ों में ऊतकों की पुनर्जीवन को भी बढ़ा सकती है।

मूत्र पथ संक्रमण से राहत दिलाए

संक्रमण से जूझ रहे हैं तो आपको अजमोद के जूस का सेवन करना चाहिये। इसके सेवन से आपको पेशाब से जुड़ी अहर समस्या में राहत मिलती है। यह यूरिकएसिड को कम करता है और मूत्र के निर्माण को उत्तेजित करता है। अजमोद पाचन तंत्र और जननांगों के अंदर एंटीबैक्टीरियल इंफेक्शन से लड़ता है और यूटीआई, ब्लैडर की बीमारी, किडनी की समस्या से बचाता है।

पाचन के लिए लाभकारी

खराब पाचन तन्त्र कई समस्याओं को जन्म देता है। पाचन तन्त्र खराब रहने के कारण किडनी कसे जुड़ी समस्या होने का खतरा बना रहता है। अक्सर कई लोगो को खराब पाचन होने के कारण पेट में सूजन की समस्या हो जाती है। ऐसे में अगर वह व्यक्ति अजमोद का सेवन करता है तो उसे निश्चित ही काफी लाभ होगा। यह आंत में सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में काफी मदद करता है।

अजमोद के बीज में गंधहीन और ऑयली यौगिक मौजूद होते हैं जिसे एनबीपी के नाम से जाना जाता है और यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलवा इसमें फाइबर मिलता है जिससे आहार को ठीक से पचने में सहायता मिलती है, जिससे आंतो को आराम मिलता है। 

सूजन से राहत दिलाए

अगर आपके शरीर में काफी लम्बे समय से सूजन है तो आपको अजमोद का सेवन करना चाहिए। अजमोद सूजन से राहत दिलाने में काफी मदद करता है, यह ना केवल बाहरी बल्कि अंदरूनी सूजन से भी राहत दिलाने में मदद करता है। अजमोद में पॉलीएसिटिलीन नामक रसायन मौजूद होता है जो इन बीमारियों को दूर करने में बहुत प्रभावी होता है। किडनी खराब होने पर रोगी के शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन देखी जा सकती है। बिना कारण लम्बे समय तक पैरों में और कमर में सूजन रहना किडनी खराब होने की तरफ इशारा करता है। 

अनिद्रा से राहत दिलाए

जो व्यक्ति दिन भर की थकान के बाद भी ठीक से नहीं सो पाते उन्हें जमोद से रस का सेवन करना चाहिए। अजमोद व्यक्ति को अच्छी नींद के लिए काफी मदद करती है। अजमोद के रस में मैग्नीशियम पाया जाता है जो हार्ट रेट को तो कम करता ही है साथ में अनिद्रा की बीमारी को दूर कर अच्छी नींद लाने में मदद करता है। व्यक्ति को सोना बहुत जरुरी होता है, क्योंकि सोते समय हमारे शरीर की कोशिकाओं का निर्माण होता है। इसके अलावा सोने के दौरान किडनी अपनी क्षतिग्रस्त कोशिकाओं का पुनः निर्माण करती है। किडनी खराब होने पर व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या हो जाती है। 

उल्टियों से राहत दिलाए

अगर आप बार-बार उल्टियाँ आने के कारण परेशान है तो आपको अजमोद के चूर्ण का सेवन करना चाहिए। अजमोद के चूर्ण का सेवन उल्टी रोकने में काफी मदद करता है। अजमोद में लौंग और शहद मिलाकर चाटने से भी उल्टी आना बंद हो जाता है। किडनी खराब होने पर अक्सर रोगी को बार-बार उल्टियां आती है, जो खराब पाचन होने की तरफ इशारा करता है। 

दिल को रखे स्वस्थ

हमें अपने दिल को हमेशा स्वस्थ रखना चाहिए, क्योंकि दिल से जुड़ी बीमारी होने के कारण किडनी प्रभावित होती है। अगर आप दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आपको अजमोद का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से दिल में बनने वाला तनाव एवं दबाव कम होता है और हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक का खतरा कम होता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट रक्त धमनी की दीवारों को मजबूत करने और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के अंदर मरम्मत करने में मदद करते हैं, जिसके कारण आपका दिल मजबूत बना रहता है।

इम्यून सिस्टम मजबूत करे

खराब इम्यून सिस्टम के चलते अक्सर व्यक्ति बीमार होता रहता है। इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए अजमोद का सेवन करना चाहिए। अजमोद विटामिन ए और सी से परिपूर्ण होता है, जिसकी मदद से यह इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत बनाता है। इम्‍यून सिस्‍टम की मजबूती आपको विभिन्न संक्रमण और रोगों के खिलाफ लड़ने में मदद करती है।

मधुमेह में लाभकारी है

जो व्यक्ति मधुमेह की समस्या से जूझता है वह एक साथ कई समस्याओं से पीड़ित होता है। ऐसे में उसे चाहिए की वह अपने रक्त में शर्करा के स्तर को काबू में रखे। अजमोद की पत्तियों की मदद से रक्त शर्करा के स्तर को काबू किया जा सकता है। इन पत्तियों में फाइबर होता है जो मधुमेह के लक्षणों को दूर करने में मदद करती है।

अजमोद की पत्तियों में कई ऐसे पोषकत तत्व मिलते हैं जोकि इन्सुलिन के निर्माण को बढ़ावा देते हैं और इन्सुलिन रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने में लाभकारी होते हैं। एक अध्ययन में, उच्चतम विटामिन के सेवन वाले प्रतिभागियों में टाइप 2 मधुमेह का सबसे कम जोखिम था। मधुमेह को किडनी खराब होने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। 

वजन कम करे

मोटापा कई समस्यों को जन्म देता है, ऐसे में आपको वजन कम करना चाहिए। अगर आज अजमोद के रस का नियमित रूप से सेवन करते हैं तो आपका वजन तेज़ी से कम होना शुरू हो जाएगा। इसका कारण यह है कि अजमोद कैलोरी में बहुत कम है, लेकिन यह फाइबर सामग्री से भरी हुई है इसलिए, यह पेट भरने की प्रवृत्ति को कम करने में मदद कर सकती है और हर समय भूख महसूस किए बिना वजन कम रखने में आपकी सहायता करती है!

क्या अजमोद के सेवन से कोई नुकसान भी हो सकता है?

हाँ, अजमोद के सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए इसके सेवन के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। अजमोद के सेवन से निम्नलिखित परेशानियाँ हो सकती हैं :-

  • अजमोद के तेल का इस्तेमाल मुंह या त्वचा की समस्याओं के लिए दवा के रूप में किया जाता है। लेकिन अधिक सेवन करने पर यह त्वचा में सूजन उत्पन्न कर सकता है।
  • जो महिलाऐं गर्भवती है उन्हें अजमोद का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह गर्भाशय में संकुचन पैदा कर देता है जिसकी वजह से गर्भपात (miscarriage) हो सकता है।
  • जो महिलाऐं स्तनपान कराती है उन्हें अजमोद का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे बच्चों की तबियत खराब हो सकती है। 
  • अजमोद का अधिक सेवन करने से एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकता है। इसलिए इसका सेवन कम ही करना चहिये। 
  • यदि आपको रक्त स्राव की समस्या है तो अजमोद का सेवन करने से अधिक रक्त स्राव होने लगती है, इसलिए ऐसी समस्या हो तो अजमोद से परहेज करना चाहिए।
  • अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई समस्या है तो आपको चिकित्सक की सलाह पर ही अजमोद का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से सूजन जा भी सकती और आ भी सकती है। 
  • अगर आप निम्न रक्तचाप की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको अजमोद का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह रक्तचाप को निम्न करने में सहायक होता है। 
  • अजमोद केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है। सर्जरी के बाद एवं पहले एनेस्थिशिया या अन्य दवाओं के साथ अजमोद का सेवन न करें अन्यथा यह तंत्रिका तंत्र को धीमा कर सकता है। 

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