मानव जीवन में कई ऐसी समस्याएं आ जाती हैं जिसको झेल पाना बहुत मुश्किल हो जाता है| जब आपके शरीर में कई सारे बदलाव होने लगते हैं, तो कई बार तो ऐसा होता है कि हमें शरीर के यह बदलाव समझ नहीं आते लेकिन हाँ यह शरीर में नुकसान बहुत करते हैं| इसके लिए जरुरी है कि आप शरीर में होने वाले इन बदलावों को समझें और इसके लिए सही उपाय करें| जिसके लिए जरुरी है कि आप सही आहार लें और सही जीवनशैली का चुनाव करें| हमारे शरीर में अगर कोई भी परेशानी आती है तो हम सीधा एलॉपथी की तरफ भागते हैं, और जिसका नतीजा यह होता है कि हम ठीक तो हो जाते हैं पर हमें शरीर में कई सारी और परेशानियां आ जाती है| इसलिए अपनी रोजाना की दिनचर्या में थोड़ा सा सकारात्मक बदलाव आपको हमेशा स्वस्थ बनाये रखेगा|
क्या होता है क्रिएटिनिन
क्रिएटिनिन हर किसी के ब्लड और यूरिन दोनों में पाया जाता है| यह एक प्रकार का वेस्ट प्रोडक्ट होता है जो आपके शरीर में होता है| आपकी किडनी क्रिएटिनिन को ब्लड में से फिल्टर करने में मदद करती है इसके साथ ही बचा हुआ वेस्ट प्रोडक्ट यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर करने में मदद करता है| हाई क्रिएटिनिन लेवल आपको यह बताता है कि आपकी किडनी में कोई समस्या आ गई है| क्रिएटिनिन लेवल बहुत सारे कारणों से शरीर में बढ़ सकता है| अगर आपके शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ जाता है तो यह आपके शरीर में गंभीर रोग का संकेत होता है|
जब मेटाबोलिज्म प्रक्रिया द्वारा आपके लिए आहार को ऊर्जा में बदला जाता है तो इस दौरान एक अन्य पदार्थ का निर्माण होता है जो क्रिएटिनिन कहलाता है| यह आपके आहार से टूट कर अलग हो जाता है जो क्रिएटिनिन के रूप में बदल जाता है| फिर आपकी किडनी इसको रक्त से छान कर अलग करती है और गंदगी को यूरिन के माध्यम से बाहर करती है| लेकिन यदि क्रिएटिनिन का लेवल ज्यादा होता है तो इसको आपकी किडनी ठीक तरह से साफ़ नहीं कर पाती और आपकी किडनी ज्यादा डैमेज होने लगती है साथ ही आपको शरीर में और भी परेशानियां आने लगती हैं|
शरीर में क्रिएटिनिन बढ़ने के लक्षण
- किडनी में इन्फेक्शन होने की वजह से शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है.
- अगर आपको हमेशा उलटी आने जैसा मन होता है तो यह संभव है कि आपके ब्लड में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ गया है.
- इसके साथ ही यूरिन में किसी प्रकार के बदलाव आपको देखने मिल रहे हैं तो यह भी रक्त में क्रिएटिनिन के स्तर को बढ़ा हुआ बताते हैं.
- लगतार उच्च रक्तचाप की समस्या आपको क्रिएटिनिन बढ़ने का शिकार बनाती है.
- अगर आपको हमेशा मांसपेशियों में ऐंठन बनी हुई है तो यह भी क्रिएटिनिन बढ़ने की वजह से हो सकती है.
- आपको काम करते समय सीने में दर्द, थकान और कमजोरी बनी रहती है तो इसको अनदेखा न करें क्योंकि यह लक्षण भी क्रिएटिनिन के बढ़ने के हो सकते हैं.
क्रिएटिनिन का स्तर कितना होना चाहिए:
- पुरुषों में: 0.6 – 1.2 mg/dL
- महिलाओं में: 0.5 – 1.1 mg/dL
- किशोरों में: 0.5 – 1.0 mg/dL
- बच्चों में: 0.3 – 0.7 mg/dL
क्रिएटिनिन को कम करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार:
आयुर्वेद हमारे जीवन में किसी न किसी तरह शामिल हैं| आयुर्वेद हमें जीवन में कई ऐसी गंभीर बीमारियों से बचाता है जिसका शायद आपको अंदाज़ा भी नहीं होता| किडनी क्रिएटिनिन का आयुर्वेदिक इलाज के रूप में कई ऐसी चीज़ों को अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं| जिसको आप सामान्य रूप में घर में प्रयोग कर सकते हैं| यानी कि कुछ घरेलु उपायों को अपना कर आप अपने शरीर में क्रिएटिनिन कम करने के आयुर्वेदिक उपाय को कर सकते हैं|
दालचीनी:
दालचीनी का सेवन आपके शरीर में क्रिएटिनिन को कम करने और आयुर्वेदिक किडनी उपचार के लिए किया जाता है| दालचीनी का सेवन किडनी की प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने में मदद करता है| साथ ही यह आपकी किडनी को डिटॉक्स करता है जिससे आपकी किडनी की फिल्टर करने की क्षमता बढ़ जाती है| अगर आप दालचीनी का सेवन करते हैं तो यह आपके ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है| जिससे आपके शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर कम होता है और इससे आपकी किडनी भी खराब नहीं होती|
साल्विया:
बहुत से लोग भारत में साल्विया के बारे में नहीं जानते हैं| साल्विया का प्रयोग चीन में अधिक होता है| वहां के लोग किडनी खराबी के इलाज में साल्विया का उपयोग करते हैं| इसका सेवन आपके क्रिएटिनिन लेवल कम करने के लिए किया जा सकता है| साल्विया का आपकी किडनी में सकारात्मक प्रभाव हो सकता है| परन्तु कई लोगों को इससे खुजली और पेट खराब होने जैसी दिक्कत भी हो सकती है| किडनी के मरीज़ इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के बिलकुल न करें|
फाइबर रिच फ़ूड:
क्रिएटिनिन लेवल कम करने में फाइबर युक्त भोजन करना काफी फायदेमंद हो सकता है| क्रिएटिनिन लेवल को कम करने के लिए फाइबर रिच फ़ूड का सेवन काफी फायदेमंद होता है| जिससे लिए उन्हें अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और फलियां शामिल करना चाहिए| अगर आप अपनी डाइट में जौ का पानी लेते हैं तो इससे आपकी किडनी अन्दर से साफ होती है| जौ का पानी किडनी के लिए एक प्राकृतिक क्लींजर की तरह होता है| यह ब्लड में नाइट्रोजन यूरिया को कम करने और नेफ्रोकसिनोसिस का इलाज करने में भी मदद करता है| क्योंकि जौ में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो आपके शरीर में जमा गंदगी को बाहर करने में मदद करता है|
सेब:
अगर आप अपनी रोजाना की डाइट में सेब को शामिल करते हैं, तो यह आपके शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को कम करने में मदद करता है| सेब में 80 प्रतिशत से अधिक पानी होता है जिसका सेवन आपकी किडनी को अन्दर से साफ करता है जिससे आपके शरीर में गंदगी जमा नहीं होती| इसके साथ ही यह आपकी किडनी को अंदर से साफ रखने का काम करती है| अगर आप सेब का सेवन करते हैं तो यह किडनी को स्वस्थ रखता है और साथ ही इसका सेवन आपके पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है| सेब में बहुत सारा फाइबर होता है जो आपके स्वास्थ को बेहतर बनाता है!
मशरूम:
किडनी को स्वस्थ रखना बहुत जरुरी होता है, क्योकिं किडनी आपके पूरे शरीर के सिस्टम को कंट्रोल करती है| इसके लिए आप अपनी डाइट में मशरूम को शामिल कर सकते हैं| मशरूम में कई प्रकार के पोषक तत्त्व जैसे सोडियम, पोटेशियम, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम, आयरन, विटामिन D और मग्निसियम शामिल हैं| अगर आप मशरूम का प्रयोग अपने खाने में करते हैं तो यह आपके रक्त में क्रिएटिनिन के स्तर को बढ़ने नहीं देगा जो आपकी किडनी को स्वस्थ रखेगा| इसके साथ ही इसका सेवन आपके रक्त में कोलेस्ट्राल के स्तर को कम करता है, डायबटीज़ को नियंत्रित करता है ,हड्डियों को मजबूत रखता है, मोटापा कम करता है, शरीर में होने वाली सूजन को कम करता है, हाई BP को कंट्रोल करता है और साथ ही पेट से जुड़ी कई समस्याओं को भी दूर करता है|
अन्य उपाय:
- किडनी से संबंधित रोगियों को हमेशा तरल पदार्थ का सेवन सिमित मात्रा में ही करना होता है| क्योंकि ज्यादा पानी पीने से यूरिन की मात्रा सही होती है और साथ ही यह क्रिएटिनिन को भी कम करता है|
- क्रिएटिनिन लेवल (creatinine level) को कम करने के लिए आपको अपनी डाइट में सोडियम इनटेक की मात्रा को ध्यान में रखना होगा| अगर आप किडनी से संबंधित समस्या के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की समस्या से भी परेशान हैं, तो आपको अपनी डाइट में नमक कितनी मात्रा में लेना है यह डॉक्टर से पूछ कर लेना चाहिए|
- अगर आप ज्यादा दर्द की दवा का सेवन करते हैं, तो यह आपकी किडनी के लिए ज्यादा हानिकारक होता है| इससे आपकी किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है, और तो और आपकी किडनी भी खराब हो सकती हैं| इसलिए आपको कोई भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से एक बार जरुर सलाह लेनी चाहिए|
- पेशाब रोकने जैसी गलत आदत को छोड़ देना चाहिए| क्योंकि जब आप पेशाब रोकते हैं, तो इससे आपके शरीर में जमा गंदगी शरीर से बाहर नहीं हो पाती और यह किडनी को और ज्यादा डैमेज कर देती है|
- क्रिएटिनिन लेवल को कम करने के लिए जरुरी है कि आप अपनी डाइट में पोटेशियम वाले आहार का सेवन भी कम मात्रा में करें| जिसमें आपको टमाटर, आलू, शकरकंद जैसे आहार सिमित मात्रा में लेने चाहिए ताकि यह आपके शरीर में क्रिएटिनिन लेवल को कम कर सकें|
किन बातों का ध्यान रखें:
- प्रोटीन की अधिक मात्रा का सेवन न करें|
- सिमित मात्रा में ही सोडियम का सेवन करें|
- ब्लड प्रेशर की दवाइयां और अन्य दवाइयां सिर्फ डॉक्टर की सलाह से ही लें|
- सही मात्रा में नींद लें|
- अपने खाने का सही समय निर्धारित करें|
- हर्बल टी और नेटल लीफ का सेवन आपकी किडनी को अंदर से साफ रखने में मददगार हो सकता है|
- सही मात्रा में पानी का सेवन करें|
- पेशाब रोकने की आदत को छोड़ दें|
किडनी को स्वस्थ रखें:
आयुर्वेद में किडनी का इलाज के लिए सही आहार चुनें| जिसमें अनाज के रूप में धुली मुंग दाल, अरहर दाल, गेहूं के आटे की रोटी और उबले हुए चावल का ही सेवन करने की सलाह दी जाती है| सब्जियों में किडनी के मरीजों को घीया, टोरी, टिंडा, परवल, कच्चा पपीता, हरा कद्दू और प्याज, पत्तागोभी, लाल शिमला मिर्च, करेला, गाजर, मुली और उबले आलू इन सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी जाती है| फलों में किडनी के मरीजों को सेब, नाशपाती, पपीता और अमरुद का सेवन कर सकते हैं|इसके साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करें| रोजाना सुबह और शाम टहलने की आदत डालें| कम से कम 15 से 20 मिनट तक रोजाना टहलें|
क्रिएटिनिन को कम करने के लिए आहार:
किडनी के मरीजों को क्रिएटिनिन लेवल कम करने के लिए हमेशा उन्हें ऐसे आहार दिए जाते हैं जिसमें अधिक मात्रा मे प्रोटीन और कैल्शियम न पाया जाता हो| अपनी रोजाना की डाइट में घीया, टिंडा, तोरी, परवल, हरा कद्दू, इन चीज़ों को शामिल कर सकते हैं| आप प्याज, पत्तागोभी, करेला, शिमला मिर्च और गाजर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं| फलों में सेब, अमरुद, पपीता और नाशपाती को शामिल कर सकते हैं| अनाज में किडनी के मरीज गेहूं के आटे की रोटी, धुली मुंग दाल, अरहर दाल और चावल का सेवन कर सकते हैं|
ध्यान रहे :
यह सभी डाइट आपके शरीर में क्रिएटिनिन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं| लेकिन जिनकी किडनी में खराबी है उन्हें इसका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए यह आपके लिए हानिकारक हो सकता है|