श्रीमती रेखा जी राजधानी दिल्ली, शाहाबाद डेरी की निवासी है। रेखा काफी समय से किडनी फेल्योर की जानलेवा बीमारी से जूझ रही थी। किडनी ख़राब होने के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उन्हें चलने – फिरने से लेकर लगातार पेट और कमर में असहनीय दर्द, और पेशाब करते समय भी परेशनी का सामना करना पड़ रहा था। वहीं उनका क्रिएटिनिन स्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा था। रेखा अपनी बीमारी को लेकर ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक तौर पर भी काफी परेशान थी।
कर्मा आयुर्वेदा द्वारा उपचार से पहले :-
- पेट दर्द
- पेशाब करने के दौरान परेशानी
- कमर दर्द
- शरीर में कमजोरी
- मानसिक तनाव
कर्मा आयुर्वेदा द्वारा आयुर्वेदिक उपचार के बाद :-
रेखा जी ने यूट्यूब पर कर्मा आयुर्वेदा की वीडियो देखने के बाद कर्मा आयुर्वेदा किडनी उपचार केंद्र से सम्पर्क किया। उन्होंने अंग्रेजी दवाओं को त्याग कर कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन शुरू किया। जिसके बाद उन्होंने अपने अंदर मात्र 15 दिनों में ही बड़ा बदलाव महसूस किया। अब उनका क्रिएटिनिन स्तर नीचे आ गया है। अब उन्हें पेट और कमर में दर्द की परेशानी नहीं है। साथ ही अब उन्हें पेशाब करते समय किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं हो रही। रेखा जी की बीमारी के चलते उनके घर में जो नकारात्मक माहोल बना हुआ था अब वह भी बिलकुल खत्म हो चूका है।
- क्रिएटिनिन स्तर – 1.0
- शरीर में अब किसी प्रकार कमजोरी नहीं है
- पेशाब करते समय दिक्कत नही है
- कमर दर्द गायब हुआ
विश्लेषण :-
रेखा जी कर्मा आयुर्वेदा से पहले काफी जगह से अपनी ख़राब हुई किडनी को ठीक कराने के लिए उपचार ले चुकी थी। लेकिन उन्हें किसी प्रकार की राहत नहीं मिली। कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक उपचार शुरू करने के बाद रेखा जी अब वह बिलकुल ठीक है। कर्मा आयुर्वेदा ने एक बार फिर यह साबित किया है की आयुर्वेद की मदद से किडनी फेल्योर की जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है।
कर्मा आयुर्वेदा किडनी फेल्योर का आयुर्वेदिक उपचार :-
कर्मा आयुर्वेदा केवल प्राचीन भारतीय आयुर्वेद की मदद से अपने किडनी रोगियों का इलाज करता है। कर्मा आयुर्वेदा में रोगी की ख़राब किडनी को बिना डायलिसिस किये और बिना किडनी बदले ही इस जानलेवा बीमारी से मुक्त किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा की स्थापना वर्ष 1937 में धवन परिवार द्वरा की गयी थी। तभी से कर्मा आयुर्वेदा किडनी फेल्योर के रोगियों का उपचार कर रहा है। वर्तमान समय में डॉ. पुनीत धवन कर्मा आयुर्वेदा को संभाल रहे है।
डॉ. पुनीत धवन ना केवल भारत बल्कि विश्व भर में किडनी फेल्योर के मरीजों को इस जानलेवा बीमारी से मुक्त किया है। आपको बता दें की आयुर्वेद में केवल प्राकृतिक जड़ी बूटियों की मदद से ही हर रोग का सफल इलाज किया जाता है। आयुर्वेदिक किडनी औषधि से व्यक्ति के शरीर पर कोई खास दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। आपको बता दें की डॉ. पुनीत धवन ने अब तक 35 हज़ार से भी ज्यादा किडनी फेल्योर के रोगियों को रोगमुक्त किया है। वो भी बिना डायलिसिस और बिना किडनी ट्रांसप्लांट किए।