पेट दर्द
पेट दर्द यानी फ्लेंक दर्द जो शरीर के एक तरफ पेट के हिस्से और पीठ के बीच के क्षेत्र में होने वाले दर्द को कहा जाता हैं। ये शरीर के एक तरफ पसलियों के नीचे और श्रोणि के ऊपर स्थित होता है। “पेट दर्द और किडनी डिजीज”
किडनी डिजीज
किडनी डिजीज में सबसे बड़ी परेशानी ये है कि इसका हमें जल्दी से पता नहीं रहता और जब पता लगता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। इसलिए सावधानी से किडनी खराब होने से पहले ही इसके लक्षणों की पहचान करना बहुत जरूरी होता है। साथ ही किडनी रोग के लिए आयुर्वेदिक उपचार सबसे फायदेमंद साबित हुआ है। “पेट दर्द और किडनी डिजीज”
किडनी के कार्य:
- वो शरीर से पेशाब के रूप में अतिरिक्त द्रव, अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देते हैं।
- सोडियम, पोटेशियम और क्लोरीन को विनियमित करके शरीर के पानी के संतुलन को बनाए रखता है।
- कुछ हार्मोन:
- इरिथ्रोपोइटीन- आरबीसी के उत्पादन में मदद करता है
- रिनिन- रक्तचाप और रक्त की मात्रा को नियंत्रित करता है
विटामिन डी- विटामिन डी का सक्रिय रूप किडनी में गुप्त होता है जो किडनी से कैल्शियम और मैग्नीशियम के पुनर्वसन में मदद करता है और हड्डियों से कैल्शियम और मैग्नीशियम का अवशोषण करता है। “पेट दर्द और किडनी डिजीज”
किडनी डिजीज के लक्षण:
- थकान और कमजोरी
- छोटी सांसे आना
- चक्कर आना
- पेट दर्द
- उल्टी या जी मिचलना
- त्वचा में खुजली
- हाथ और पैरों में सूजन
- पेशाब में जाग आना “पेट दर्द और किडनी डिजीज”
पेट दर्द और किडनी डिजीज
आप सब जानते है कि किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग हैं। अगर हमारी किडनी खराब हो जाए तो हम मरने की कगार पर पहुंच जाते हैं। साथ ही पेट में दर्द और सूजन आ जाती हैं। पाचंन में परेशानियां आना शुरु हो जाती है। पेशाब करते समय भी दर्द होता है। “पेट दर्द और किडनी डिजीज”
आयुर्वेदिक उपचार
जब दोनों किडनी ज्यादा खराब हो जाती है और उनमें से कई मरीज किडनी प्रत्यारोपण जैसा विशिष्ट उपचार कराते है, लेकिन अब आप किडनी उपचार केंद्र कर्मा आयुर्वेदा, योग्य आयु्र्वेदचार्य डॉ. पुनीत धवन से किडनी का इलाज करवा सकते हैं वो बिना प्रत्यारोपण और बिना साइट इफेक्ट्स दवाओं से किडनी का आयुर्वेदिक इलाज करते है| “पेट दर्द और किडनी डिजीज”