जब यूरिनरी ट्रैक में ऐसे लिक्विड बनते हैं। तब ये लिक्विड ट्रैक को सूखने नहीं देता। ये एक नॉर्मल प्रोसेस है। इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं है। आमतौर पर ये कोई बीमारी नहीं होती है। अगर यूरिन से पहले बहुत ज्यादा चिपचिपा पदार्थ निकले और ये बदबूदार आता है तो आप किसी डॉक्टर से जरूर सलाह लें, क्योंकि से यूरिन इंफेक्शन से किडनी खराब हो सकती है। “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”
यूरिन इंफेक्शन से किडनी खराब हो सकती है:
यूरिन इंफेक्शन एक गंभीर बीमारी है। अगर यूरिन में इंफेक्शन होता है तो सबसे पहले असर किडनी पर होता है। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है तो क्रोनिक किडनी की बीमारी हो सकती है। इसमें सूजन आ सकती है और समय पर इलाज नहीं करवाया तो किडनी फेल हो सकती है। यह इंफेक्शन रक्त के जरिए बॉडी के बाकी ऑर्गन तक भी पंहुच सकता है और उन्हें भी डैमेज कर सकता है। इसलिए इंफेक्शन से बचने के लिए कम से कम तीन लीटर पानी रोज पिए। यदि पहले से डायबिटीज या हाइपरटेंशन की बीमारी है, तो इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। इसलिए हो सके तो ऐसे लोगो को इस इंफेक्शन में तुरत से तुरंत इलाज करवाना चाहिए। “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”
पेशाब में इंफेक्शन का सीधा असर किडनी पर पड़ता है और समस्या गंभीर होने पर किडनी फेल्योर तक हो सकता है। ऐसी स्थिति में शरीर में उपस्थित हानिकारक पदार्थ शरीर से बाहर निकलने की बजाए शरीर में ही घुलने लगते हैं। काफी देर तक पेशाब रोक कर रखे तो पेशाब का रंग गहरा होने लगता है जो यूरिन इंफेक्शन सिम्पटम्स है। यदि प्रेशर बढ़ने के बाद भी पेशाब ना किया जाए तो ये किडनी की तरफ वापिस जाने लगता है जिससे किडनी को नुकसान होता है। “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”
यूरिन इंफेक्शन के कारण
- ज्यादा देर तक ब्लैडर में पेशाब रोकना
- शुगर के रोगी को भी पेशाब में इंफेक्शन की आशंका ज्यादा पाई जाती है।
- रीढ़ की हड्डी की चोत्से प्रभावित व्यक्ति को भी यूरिन इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”
यूरिन इंफेक्शन के लक्षण
- पेशाब में ब्लड आना
- बुखार होना और ठंड लगना
- गुप्त अंग में खुजली होना
- पेशाब करते वक्त दर्द होना
- बार-बार पेशाब आना
- कमजोरी और थकान महसूस होना
- पेशाब का रंग पीला होना
- पेशाब में बदबू आना
- पेशाब में रूकावट आना और रूक रूक के पेशाब आना “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”
आयुर्वेदिक उपचार
आयुर्वेद लगभग 5000 वर्ष पहले से भारत की पवित्र भूमि में शुरू हुआ है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति लंबे जीवन का विज्ञान है और दुनिया के गंभीर विचारों में शामिल है। प्राचीन काल से ही आयुर्वेद ने दुनिया भर के इंसान की जाति के संपूर्ण, शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास है। आज आयुर्वेदकी अनुपम और अभिन्न शाखा है। एक संपूर्ण प्राकृतिक प्रणाली है जो आपके शरीर का सही संतुलन प्राप्त के लिए वात, पित्त और कफ को नियंत्रित करने पर निर्भर करता है। “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”
साथ ही कर्मा आयुर्वेदा 1937 से नई दिल्ली में किडनी रोगियों का आयुर्वेदिक इलाज करते आ रहे है और इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है, जो एलोपैथिक उपचार पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करते हैं। डॉ. पुनीत किडनी रोगियों का इलाज डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना करते है। यूरिन इंफेक्शन के लिए दिल्ली में आयुर्वेदिक डॉक्टर में से एक हैं डॉ. पुनीत धवन। उन्होंने केवल भारत में ही नहीं बल्कि देश विदेशों में भी किडनी रोगियों का आयुर्वेदिक इलाज किया है। वे हर हजारों किडनी रोगियों का इलाज करते हैं। “यूरिन इंफेक्शन से हो सकती है किडनी खराब”