आप जो भी खाते हैं इसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता हैं| लेकिन आपमें से अधिकतर लोगो को इस बात से कोई लेना देना नहीं होता हैं क्योंकि आपको तो बस खाने पीने में स्वाद मिलना चाहिए|
कैसे आयुर्वेद एक किडनी पेशंट को अच्छा उपचार प्रदान करता है ? किडनी के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक अस्पताल जहाँ आपको बेस्ट किडनी रोग का आयुर्वेदिक इलाज मिलता है |
किडनी रोग एक गंभीर रोग हैं, इसके सामान्य लक्षण दिखने पर बिलकुल भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए | आयुर्वेदिक किडनी उपचार, किडनी के लिए आयुर्वेदिक दवा
किडनी कोई सामान्य बीमारी नहीं हैं, क्योंकि अन्य बीमारी की तरह इसके शुरुआती चरण में सामान्य लक्षण दिखाई नहीं देते इसलिए किडनी रोग को साइलेंट किलर कहा जाता है|
क्यों पता नहीं चलता किडनी की खराबी? फसलों व सब्जियों में रासायनिक खाद का प्रयोग किया जाता हैं, जानिए आयुर्वेदा में किडनी की बीमारी से ग्रस्त मरीजों का इलाज
किडनी संक्रमण एक ऐसी समस्या है, जो किसी भी व्यक्ति को हो सकती है| किडनी संक्रमण आपकी किडनी खराबी से जुड़ी एक समस्या है| किडनी शरीर का एक विशेष अंग होता है|
किडनी को स्वस्थ रखता है सिंहपर्णी का पौधा, आईये जानते है सिंहपर्णी का पौधा के फायदे जिससे अपनी किडनी का आयुर्वेदिक उपचार से कर सकते है कैसे आप घरेलु उपाये से अपनी गुर्दे की उपचार कर सकते है
हम सभी लोग किडनी के महत्व से भली-भांति तरह वाकिफ है कि जब हमारी किडनी ठीक से काम करती है तो हमारा शरीर स्वस्थ बना रहता है। हमारी किडनी हमें स्वस्थ रखने के लिए कई कार्यों को अंजाम देती है
मूली एक ऐसी एक सब्जी है जिसे आप आहार में तो शामिल कर सकते हो साथ ही इसे दवा के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते है। मूली सलाद का एक आम हिस्सा है
हम सभी लोग इस बात से भली तरह वाकिफ है कि किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, लेकिन यह हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील अंग भी है. किडनी का कार्य किसी भी रोग या समस्या से प्रभावित हो जाता है
हमारे शरीर में बहने वाले रक्त को साफ़ करने वाली किडनी, शरीर का सबसे खास अंग होने के साथ सबसे संवेदनशील अंग है। क्योंकि यह बड़ी आसानी से हमारी लापरवाहियों का शिकार होकर खराब हो जाती है।
जिसे किडनी द्वारा साफ़ किया जाता है और दिल की मदद से पूरे शरीर में प्रसारित किया जाता है। अगर आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करना चाहते हैं, तो आपके पास साफ, स्वस्थ और पूर्ण रक्त होना काफी आनिवार्य है।
अगर आप किडनी से जुड़ी किसी भी बीमारी या समस्या से जूझ रहे हैं, तो आपको अपने आहार का खास ध्यान रखना चाहिए। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि एक किडनी रोगी का आहार उसके उपचार का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा होता है।
हम सभी को भुट्टा खाना बहुत पसंद होता है, लेकिन हम भुट्टा खाने के दौरान उसके रेशे यानी बाल उससे अलग कर देते हैं, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भुट्टे के रेशे हमारी सेहत के लिए काफी लाभकारी होते हैं।
हम अपनी उन सभी चीजों को बहुत सहेज कर रखते हैं जो कि हमारे जीवन में काफी अहमियत रखती है, अब चाहे वो सजीव हो या निर्जीव। लेकिन जब बात आती है किडनी कि तो हम इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते।
हमारी किडनी शरीर की कोशिकाओं द्वारा निर्मित अम्ल के निष्काशन का कार्य भी करती है। साथ ही किडनी रक्त से पानी, क्षार, और खनिजों- जैसे सोडियम, कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम के बीच संतुलन को बनाए रखती है।
खीरे में काफी मात्रा में पानी होता है जो पाचन को सुधारने में मदद करता है। पाचन को सुधारने के लिए काम आने वाला एरैपसिन एंजाइम खीरे में पाया जाता है।
काबुली चने किडनी को कैसे रखते हैं स्वस्थ? जानें कैसे काबुली चने की सेवन से आप अपनी किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं। यहाँ पढ़ें और स्वास्थ्य को बनाएं और बनाएं रखें।
ओट्स खाने से किडनी बनी रहती है स्वस्थ, ओट्स खाने से किडनी को मिलता है शक्ति और स्वस्थता। जानिए कैसे इस सरल खाद्य से बनाएं अपनी किडनी को स्वस्थ और मजबूत।
एक मनुष्य के शरीर में बहुत सारे अंग होते हैं जो शरीर के सुचारू रूप से काम करने में मदद करते हैं। सभी अंगों में अगर सबसे खास अंग की बात कि जाए तो वह शायद किडनी होगी। क्योंकि किडनी हमारे शरीर में सभी रसायनों के बीच संतुलन बनाने का काम करती है,
भोजन करते समय हम साथ में सलाद जरूर लेते हैं, जो हमारे भोजन का अहम हिस्सा है। भोजन के साथ सलाद खाने के कई फायदे होते हैं। अक्सर भारी और तेज़ मसलों वाला खाना खाने के बाद हमें पेट संबंधित कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
क्या आपको मालुम है हमारी किडनी ना केवल खून साफ करती है बल्कि वह खून बनाने का भी काम करती है। किडनी के भीतर एर्योथ्रोइएतिक (ERYOTHROIETIC) नाम का एक हॉर्मोन (HORMONE) पाया जाता है
चॉकलेट एक ऐसा विश्व प्रसिद्ध खाद्य उत्पाद है जिसको किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है, यह सबकी पसंदीदा मिठाई है। लेकिन लोग इसके बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं रखते, जिसके चलते लोगो का मानना है
विटामिन्स कैसे किडनी को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं? जानिए कैसे विटामिन्स आपकी किडनी के लिए आवश्यक होते हैं और उनकी सहायता से कैसे आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं।
अमरूद किडनी के लिए कैसे लाभकारी है? अमरूद किडनी के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। यह किडनी स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और स्वस्थ जीवनशैली का समर्थन करता है।
वरुण वृक्ष है किडनी के लिए लाभकारी, वरुण वृक्ष की आयुर्वेदिक गुणधर्म से जानिए किडनी के लिए उपयोगी फायदे। वरुण वृक्ष: एक प्राकृतिक समाधान किडनी स्वास्थ्य के लिए।
चाय हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बन चुकी है, तक़रीबन हर व्यक्ति अपने दिन की शुरुआत चाय के साथ ही करता है। चाय पीने से भले ही हम तरोताजा महसूस करते हैं लेकिन इसके कई नुकसान भी होते है।
कौन से योगासन किडनी के लिए है बेहतरीन? किडनी को स्वस्थ रखने के लिए योगासन बेहद प्रभावी हैं। जानें कौन से योगासन किडनी के लिए बेहतरीन हैं, और कैसे इन्हें करने से आपको लाभ हो सकता है।
चुकंदर किडनी के लिए कैसे लाभकारी है? चुकंदर किडनी के लिए एक अद्वितीय उपाय है। इसकी प्राकृतिक गुणधर्मों से किडनी को लाभ मिलता है, जो स्वास्थ्य को संतुलित और मजबूत बनाता है।
किडनी भले ही आकर में छोटी होती हो लेकिन यह हमारे शरीर में कई जरूरी कार्यों को अंजाम देती है। किडनी हमारे शरीर से अपशिष्ट उत्पादों को शरीर से बाहर निकालने का जरूरी काम करती है।
हर व्यक्ति द्वारा लिए गए आहार के प्रकार और उसकी मात्रा में हर दिन परिवर्तन होता रहता है। आहार की विविधता के कारण शरीर में पानी की मात्रा, अम्लीय और क्षारीय पदार्थों की मात्रा में निरंतर परिवर्तन होता है।
क्रोनिक किडनी डिजीज सी.के.डी. में दोनों किडनी को खराब होने में महीनों से सालों तक का समय लगता है। इसकी शुरूआत में दोनों किडनी की कार्यक्षमता में अधिक कमी न होने की वजह कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं
वैसे हमारे शरीर में सभी अंग महत्वपूर्ण होते हैं, जिसमें से किडनी सबसे महत्वपूर्ण अंगों में आती है। अगर खराब लाइफ स्टाइल या किसी दवा के दुष्प्रभाव स्वरूप कई बार किडनी में कुछ समस्याएं आ सकती है।
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए वैसे तो बहुत सी औषधियां हैं, लेकिन गोखरू इसमें सबसे खास हैं। गोखरी किडनी के लिए सबसे उत्तम औषधि मानी जाती है।
किडनी दर्द में तुरंत कारण की पहचान करना मुश्किल है, क्योंकि दर्द विभिन्न प्रकार के रोगों से जुड़ा हो सकता है। इसलिए दर्द, वर्टेब्रोजेनिक रोग विज्ञान, आंतों की बीमारी, पित्ताशय की बीमारी के रोग से जुड़ा हो सकता है
जो पेशाब के रास्ते से शरीर की गंदगी बाहर निकालने में मदद करती है। हर किसी को किडनी मजबूत करने के उपाय के बारे में सोचना चाहिए। तो चलिए जानते हैं कैसे रखें किडनी को मजबूत।
किडनी के कई रोग बहुत गंभीर होते है और यदि इनका समय पर इलाज नहीं किया जाए तो उपचार असरकारक नहीं होता है। बड़े देशों में उच्च लगत, संभावित समस्याओं और उपलब्धता की कमी के कारण किडनी फेल्योर से पीड़ित सिर्फ 5-10% मरीज ही डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण का उपचार करवा पाते हैं।
किडनी में होने वाले इंफेक्शन की जानकारी इसके पहले स्टेज में नहीं हो पाती है। कई बार ऐसा होता है कि जब तक हमें इसका पता चलता है। तब तक बहुत देर हो चुकी होती है, इसलिए हम आपको इसके कुछ सिम्पटम्स बताने जा रहे हैं
आप सब जानते हैं कि किडनी शरीर में अधिक पानी, नमक और अन्य क्षार को पेशाब द्वारा शरीर से बाहर निकालकर इन पदार्थो का संतुलन बनाने का महत्वपूर्ण कार्य करती है। किडनी रोग में ये नियंत्रण का कार्य ठीक तरह से नहीं होते है
किडनी के कई रोग बहुत गंभीर होते हैं और अगर इनका समय पर इलाज नहीं किया जाए तो उपचार असरकारक नहीं होते है। बड़े-बड़े देशों में उच्च लागत, संभावित समस्याओं और उपलब्धता की कमी के कारण किडनी रोग से पीडित सिर्फ 5 – 10% मरीज ही डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण का उपचार करवा पाते हैं।
किडनी में दर्द आमतौर पर गहरी और उच्च होती है और पसलियों के नीचे स्थिक होती है, जबकि पीठ में आम चोट के साथ मांसपेशियों में दर्द कम होता है। किडनी में दर्द के कारण मुख्य रूप से मूत्र पथ के इंफेक्शन और किडनी की पथरी है
किडनी हमारे शरीर में रक्त को फिल्टर करती है, हार्मोन बनाती है, जरूरी मिनर्लस को एब्सॉर्ब करती है, पेशाब बनाती है, किडनी जहरीले तत्वों को शरीर से बाहर निकालती है और एसिड के लेवल को कंट्रोल करती है।
नई दिल्ली के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक किडनी ट्रीटमेंट में से एक हैं कर्मा आयुर्वेदिक। जो 1937 में स्थापित किया गया था और आज इसके नेतृत्व में डॉ. पुनीत धवन है। डॉ. पुनीत ने हर साल हजारों किडनी रोगियों का इलाज करते हैं और मरीज के किडनी रोग को जड़ से खत्म करते है। वो भी डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण के बिना।
जब तक पीठ का दर्द असहनीय नहीं हो जाता तब तक लोग उसे गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन डॉक्टर पुनीत धवन के अनुसार, पीठ के दर्द किडनी की समस्या का संकेत भी हो सकता है। अनावश्यक दवाओं के सेवन से कई बार किडनी क्षतिग्रस्त होकर इसमें इंफेक्शन हो सकता है।
किडनी शरीर के महत्वपूर्ण अंग है जो विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करते हैं। ये मुख्य अंग प्रणाली है जो रक्त से अतिरिक्त तरल पदार्थ और अपशिष्ट से छुटकारा पाने में एक महत्वपूर्ण स्थिति रखती है।
किडनी की बीमारियों के लक्षण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं ये निर्भर करता हैं किडनी के अंतनिर्हित रोग और उसकी गंभीरता पर। इसलिए रोग के प्रारंभिक दोर में पता लगाना मुश्किल होता हैं।
किडनी की रचना एंव कार्य, किडनी शरीर का खून साफ करके पेशाब बनाती है। शरीर से पेशाब निकालने का कार्य मूत्रवाहिनी, मूत्राशय और मूत्रनलिका द्वारा होता है
पाइलोनेफ्राइटिस, जिसे आमतौर पर किडनी इंफेक्शन के रूप में माना जाता है, मूत्रमार्ग से किडनी से गुजरने वाले बैक्टीरिया के कारण पेशाब पथ इंफेक्शन का एक प्रकार है। साथ ही ये इंफेक्शन दोनों लिंगों के सदस्यों को प्रभावित कर सकता है
आयुर्वेद की मदद से करें किडनी रोग का इलाज, जिनको हाई ब्लड प्रेशर और शुगर जैसे रोग की परेशानी हो और उनके परिवार में कभी किसी को किडनी की कोई बीमारी हुई हो, तो तब किडनी रोग होने की संभावना अन्य लोगों से अधिक होती है।
किडनी का कैंसर आपके किडनी में शुरु होता है जो मुट्ठी के आकार के बराबर की होती है और आपकी रिढ़ की हड्ड़ीके दोनों तरफ पेट के अंगों के पीछे स्थित होती हैं। वयस्कों में, रीनल सेल कार्सिनोमा किडनी के कैसंर का सबसे आम प्रकार हैं।
किडनी रोगियों के लिए आयुर्वेदिक इलाज एक वरदान के रूप में साबित हो रहा हैं। 80 प्रतिशत तक खराब हो चुके किडनी रोगी को आयुर्वेदिक इलाज के जरीए ठीक किया है। इसका खुलासा खुद मरीजों की रिपोर्ट में हुआ हैं।
किडनी हमारे शरीर में खून साफ करके पेशाब बनाने का काम करती है। साथ ही स्त्री और पुरुष दोनों में ही दो किडनी होती हैं। किडनी हमारे पेट के अंदर से पीछे के हिस्से में पीठ के दोनों तरह छाती की पसलियों के सुरक्षित तरीके में होती हैं।
किडनी हमारे शरीर का सबसे ज्यादा महत्वपर्ण अंग हैं। किडनी शरीर से विषैले पदार्थ और एक्स्ट्रा पानी को फिल्टर करके यूरिन के जरीए बाहर निकालता हैं। इससे शरीर आराम से काम करते हैं, लेकिन किडनी खराब होने पर कठिनाई और हाथ-पैरों में सूजन आने लगती हैं।
किडनी रोग के लिए एलोपैथिक इलाज से ज्यादा आयुर्वेदिक उपचार है, क्योंकि आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और तकनीकों के उपयोग के साथ सभी प्रकार की शारीरिक बीमारों के इलाज के लिए एक प्राचीन प्रथा माना जाता है।
मानव किडनी बीन्स के आकार कि होती हैं और शरीर के सबसे महत्वपूर्ण भागों में से एक हैं। किडनी का मुख्य काम रक्त और पानी से अपशिष्ट को फिल्टर करता हैं और फिल्ट्रेशन करके इन अशुद्धियों से शरीर को छुटकारा दिलाती है
किडनी शरीर का सबसे जरूरी अंग होता हैं। किडनी शरीर से विषैले पदार्थ और एक्स्ट्रा पानी को फिल्टर करके यूरिन के जरिए बाहर निकालता हैं। इससे शरीर आराम से काम करता है, लेकिन किडनी खराब होने पर कठिनाई और हाथ-पैरों में सूजन आने लगती हैं।
आजकल की जीवनशैली में बदलाव के कारण और खानपान की गलत आदतों के कारण किडनी रोगियों की संख्या आए दिन बढ़ती जा रही है। जी हां, हर साल लगभग साढ़े आठ लाख लोग किडनी रोग के कारण मर जाते हैं।
किडनी के प्रभावी रूप से काम ना कर पाने की कई वजह हो सकती हैं। किडनी फंक्शन टेस्ट किडनी के कार्यों की जांच करने और समय के साथ-साथ उन पर नजर रखने में डॉक्टर मदद करता है।
आयुर्वेदिक प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करता हैं। जो रोग को पूरी तरह से ठीक करने के लिए बेहतरीन माना जाता हैं। भारत के प्रसिद्ध आयुर्वेदिक क्लीनिकों में से एक कर्मा आयुर्वेदा हैं। जो 1937 के बाद से ही दुनिया भर के किडनी रोगियों का इलाज कर रहें हैं।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उपयोग से शारीरिक बीमारियों का इलाज करने का एक बहुत ही पुराना अभ्यास है। लाइफ स्टाइल में बदलाव के कारण ज्यादा उम्र वालें लोगों में क्रोनिक रोग की वृद्धि हुई है।