क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज-3के लिए आयुर्वेदिक उपचार – डा पुनीत धवन

किडनी हमारे शरीर में खून को साफ़ करते हुए, पेशाब के माध्यम से सभी तरह के अपशिष्ट उत्पाद को बाहर निकालने में मदद करती है। यदि किडनी खराब होने लग जाए तो शुरुआत के दो चरणों तक कोई लक्षण को पहचान पाना या उनका दिखाई देना कठिन होता है। क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 3 में मरीज को अपनी किडनी खराब होने के लक्षण नजर आने लग जाते हैं। अगर वह अपने पेशाब की जांच करवाए तो कुछ आसामान्यताएं और रक्त जांच में सीरम क्रिएटिनिन की मात्रा थोड़ी बढ़ी दिखाई दे सकती है।

क्रोनिक किडनी रोग के चरण 3 में क्या होता है?

क्रोनिक किडनी डिजीज के चरण 3 की समस्या होने वाले व्यक्ति का ग्लोमेरुलर फिल्ट्रेशनरेट (glomerular filtration rate) यानि जीएफआर (GFR) में बदलाव होने लग जाते हैं, जिससे किडनी सही से काम करना बंद कर देती है। जीएफआर 90 ml/min से कम है तो आपकी किडनी खराब होने लग जाती है। अगर मरीज क्रोनिक किडनी स्टेज 3 में हैं, तो इसमें भी दो स्टेज होते हैं।

पहला स्टेज जिसमें जीएफआर 45 से 59 होता है और वही दूसरे स्टेज में जीएफआर 30 से 44 होता है। गिरते हुए जीएफआर के कारण आपकी किडनी की स्थिति भी गंभीर होने लग जाती है।

क्रोनिक किडनी डिजीज आमतौर पर अचानक से नहीं होती है, यह धीर-धीरे किडनी पर पड़ने वाले ज्यादा दबाव या डायबिटीज और रक्तचाप जैसी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की वजह भी होती है। खून और पेशाब की जाँच करवाने से आप अपनी किडनी की कार्यक्षमता के बारे में जान सकते हैं। जिससे किडनी कितनी खराब हो चुकी है या कौन-से चरण में है, उसके हिसाब से उपचार की शुरुआत करवा सकते हैं।

क्या हे क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 3 के लक्षण?

क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 3 में लक्षण साफ दिखाई देने लगते हैं। अगर नीचे बताए गए लक्षणों में से, आप 3 से 4 लक्षण को महसूस कर रहे हैं तो डॉक्टर से एक से बार जरूर संपर्क कीजिए।

  • थकान
  • खून की कमी
  • पेशाब में बदबू आना
  • शरीर में सूजन
  • सांस लेने में परेशानी होना
  • पेशाब के रंग में बदलाव आना
  • अधिक या कम पेशाब जाना
  • जोड़ो का दर्द
  • नींद की समस्या
  • कमजोरी

क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 3 की बीमारी के बारे में कैसे जाने?

क्रोनिक किडनी रोग के चरण 1 और 2 के बारे में पता लगाना थोड़ा कठिन होता है लेकिन क्रोनिक किडनी रोग के चरण 3 के बारे में जाना जा सकता है। आप एमआरई, सी.टी स्कैन, अल्ट्रासाउंड और कंट्रास्ट एक्स-रे की मदद से आप अपनी किडनी की समस्या के बारे में जान सकते हैं। क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 3 के लक्षणों पर अगर ध्यान दिया जाए तो इस बीमारी को पहचाना जा सकता है

और सही समय पर इलाज करवाकर, एक स्वस्थ जीवन को जी सकते हैं। अगर आप इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर रहें है तो आने वाले समय में आपको अंग्रेजी दवाई या डॉक्टर की सलाह से डायलिसिस और किडनी ट्रांसप्लांट जैसी स्थिति का समाना करना पड़ सकता है।

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