क्रोनिक किडनी डिजीज (सी.के.डी) का स्टेज 4 और आयुर्वेदिक उपचारऔर आयुर्वेदिक उपचार- आयुर्वेदिक उपचार

क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 4 की अवस्था में eGFR में अर्थात किडनी की कार्यक्षमता में 15-29 मिली/मिनट तक की कमी आ सकती हैं अब ये लक्षण हल्के, अस्पष्ट और अनिश्चित हो सकते हैं या बहुत तीव्र भी हो सकते हैं। यह किडनी की विफलता और उससे जुड़ी बीमारी के भूल कारणों पर निर्भर करता हैं।

क्रोनिक किडनी डिजीज स्टेज 4 के लक्षण:

  • शरीर में सूजन
  • पेशाब में लाल रंग आना
  • पेशाब सामान्य से अधिक या कम आना
  • जोड़ो में दर्द होना
  • निद्रा विकार
  • सांस लेने में परेशानी
  • उल्टी
  • जी मिचलाना
  • स्वाद परिवर्तन
  • भूख में कमी
  • तंत्रिका की समस्याएं होना

आपने ज्यादातर देखा होगा कि, डॉक्टर किडनी की बीमारी को दूर करने के लिए डायलिसिस और किडनी प्रत्यारोपण की सलाह देते हैं, न केवल आप 10 लाख रुपये खर्च करते हैं बल्कि कई सरकारी के भी चकर लगाते हैं। आयुर्वेद इस परिस्थिति के लिए स्थायी समाधान पाने का प्रमुख तरीका हैं। ये 100% आयुर्वेदिक के साथ हर्बल उपचार के साथ, रोगियों को भी प्रमुख आहार योजनाएं मिलती हैं जो रोगियों को तेज़ी से ठीक करने में मदद करती हैं।

क्रोनिक किडनी डिजीज के लिए आयुर्वेदिक दवाओं के साथ और आहर योजना का पालन करना:

  • भोजन में प्रोटीन सामग्री कम होनी चाहिए
  • अनाज, ताजे फल, और सब्जियों को भोजन में जोड़ा जाना चाहिए
  • पोटेशियम सामग्री कम होनी चाहिए
  • कैल्शियम समृद्ध भोजन से बचा जाना चाहिए
  • पानी सिमित मात्रा में पीना चाहिए

कर्मा आयुर्वेदा (आयुर्वेदा फार्मास्युटिकल) अस्पताल है जो क्रोनिक किडनी रोग के लिए प्रभावकारी उपचार करता हैं। जिससे कई मरीजों को बेहतर तरीके से सुधार मिला हैं।

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